कैनविज टाइम्स, डिजिटल डेस्क ।
बोधगया की ऐतिहासिक धरती पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की विशाल जनसभा आयोजित हुई। इस दौरान मंच पर एनडीए के कई दिग्गज नेता मौजूद रहे, लेकिन चर्चा का केंद्र हम (हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा) पार्टी रही। सभा में हम पार्टी के संस्थापक एवं पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी, उनके पुत्र व मंत्री डॉ. संतोष सुमन, बाराचट्टी की विधायक ज्योति मांझी और इमामगंज की विधायक दीपा मांझी एक साथ मंच पर नजर आए। एक ही परिवार के चार जनप्रतिनिधियों की मौजूदगी ने पूरे कार्यक्रम को खास बना दिया।
इस दृश्य ने न केवल कार्यकर्ताओं का ध्यान खींचा, बल्कि राजनीतिक गलियारों में भी हलचल मचा दी। कई नेताओं ने कहा कि यह नजारा हम पार्टी की आंतरिक एकजुटता और परिवार की राजनीतिक पकड़ को दर्शाता है। सभा में हम पार्टी के कार्यकर्ताओं की बड़ी संख्या में भागीदारी और अनुशासित मौजूदगी ने संगठन की ताकत को सामने रखा। प्रधानमंत्री के स्वागत में कार्यकर्ताओं की तैयारी और जोश ने भी सबका ध्यान खींचा। राजनीतिक जानकारों का मानना है कि मांझी परिवार की यह उपस्थिति केवल एक औपचारिकता नहीं थी। यह बिहार की राजनीति में जातीय समीकरणों और भविष्य की रणनीति का संकेत भी है। आने वाले समय में इसका असर एनडीए के भीतर और बाहर दोनों स्तरों पर दिख सकता है।