Search News

बीकेटी में एक राष्ट्र एक चुनाव विषय पर प्रबुद्धजनों की संगोष्ठी हुई आयोजित

लखनऊ के बीकेटी विधानसभा क्षेत्र में भारतीय जनता पार्टी द्वारा 'एक राष्ट्र, एक चुनाव' विषय पर संगोष्ठी का आयोजन किया गया। प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी ने इसके लाभ गिनाते हुए इसे राष्ट्रहित में महत्वपूर्ण कदम बताया।
  • By Kanhwizz Times
  • Reported By: Kritika pandey
  • Updated: May 2, 2025

 

कैनविज टाइम्स, डिजिटल डेस्क ।

 

भारतीय जनता पार्टी जिला लखनऊ के द्वारा एक राष्ट्र एक चुनाव विषय पर संगोष्ठी का आयोजन विधानसभा बख्शी का तालाब में किया गया,इस संगोष्ठी में मुख्य अतिथि के रूप में भारतीय जनता पार्टी उत्तर प्रदेश के प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी,विशिष्ट अतिथि वरिष्ठ चिकित्सक डॉ राजेंद्र मोहन एवं संगोष्ठी की अध्यक्षता जिला अध्यक्ष विजय मौर्य द्वारा की गई,संगोष्ठी में उपस्थित प्रबुद्ध जनों को संबोधित करते हुए प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी ने कहा कि एक राष्ट्र एक चुनाव राष्ट्र हित में है यह कोई नया विषय नहीं है देश में आजादी के बाद लोकसभा एवं विधानसभा के चुनाव एक साथ हुए हैं 1952,1957 और 1967 में लोकसभा और विधानसभा के चुनाव एक साथ हुए हैं बाद में कांग्रेस ने अपनी अति महत्वाकांक्षा के चलते कई राज्यों की विधानसभाओं को भंग करने के बाद यह चक्र टूट गया,आगे उन्होंने कहा कि एक राष्ट्र एक चुनाव से सबसे बड़ा लाभ यह होगा कि एक ही दिन में लोकसभा और विधानसभा का चुनाव एक साथ होगा जिससे मतदान प्रतिशत भी बढ़ेगा,उन्होंने कहा कि आज जब 60% मतदान होता है तो उसको अच्छा माना जाता है वही 40% लोग मतदान से दूरी बनाकर रखते हैं एक साथ चुनाव होने से मतदान प्रतिशत बढ़ेगा क्योंकि बार-बार चुनाव होने से मतदाता के अंदर चुनाव प्रक्रिया के प्रति नीरसता के भाव उत्पन्न होते हैं जिसके कारण मतदान प्रतिशत में गिरावट आती है,उपस्थित प्रबद्ध जनों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि कोई भी चुनाव आने से पहले 6 महीना पूर्व आचार संहिता के कारण विकास कार्य प्रभावित हो जाते हैं चुनाव के बाद जनप्रतिनिधियों को वैसे तो 5 साल का कार्यकाल काम करने के लिए प्राप्त होता है लेकिन एक अनुमान है कि लगभग डेढ़ वर्ष आचार संहिता के कारण जनप्रतिनिधि विकास कार्यों से दूर रहते हैं उनको कार्य करने के लिए मात्र साढ़े 3 वर्ष का ही समय मिलता है एक साथ चुनाव हो जाने से जनप्रतिनिधियों को पूरे 5 वर्ष कार्य करने का अवसर प्राप्त होगा उन्होंने कहा कि बार-बार चुनाव होने से देश पर वित्तीय बोझ भी पड़ता है एक साथ चुनाव होंगे तो देश का पैसा बचेगा और यही धन विकास कार्यों में खर्च होगा,जिससे रोजगार के अवसर भी बढ़ेंगे उन्होंने कहा कि ऐसा आकलन किया गया है कि एक चुनाव में प्रत्येक मतदाता के ऊपर 1400 रुपए का खर्च आता है,इस प्रकार देश में कई करोड़ मतदाता है इससे अनुमान लगाया जा सकता है कि एक बार चुनाव कराने में देश की जनता का कितना धन खर्च होता है वही बार-बार चुनाव होने से बार-बार मतदाता सूची का पुनरीक्षण होने पर प्रशासनिक कर्मचारी के कार्य पर भी प्रभाव पड़ता है प्रशासनिक कर्मचारी अपने मूल विभाग को छोड़कर मतदाता सूची पुनरीक्षण एवं चुनाव के कार्यों में व्यस्त हो जाते हैं जिससे उनके कार्य पर भी प्रभाव पड़ता है प्रशासनिक अधिकारी एवं पुलिस बल भी बार-बार चुनाव होने से प्रभावित होते हैं,आगे उन्होंने कहा कि एक देश एक चुनाव से राष्ट्र को तो फायदा होगा ही साथ ही साथ राजनीतिक दलों के कार्यकर्ताओं को भी इसका लाभ मिलेगा वहीं परिवारवाद पर अंकुश लगेगा एक साथ चुनाव होने पर नए कार्यकर्ताओं को आगे आने का अवसर प्राप्त होगा,उन्होंने उपस्थित प्रबुद्ध जनों से अपील की कि इसको लेकर समाज में व्यापक चर्चा करने की आवश्यकता है,गांव एवं शहरों में एक देश एक चुनाव को लेकर जन जागरण करने की आवश्यकता है एक राष्ट्र एक चुनाव देश को विकसित राष्ट्र बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने की दिशा में बड़ा कदम साबित हो सकता है।विशिष्ट अतिथि ने अपने संबोधन में एक राष्ट्र एक चुनाव को अपना समर्थन देते हुए उपस्थित प्रबुद्ध जनों से भी अपना समर्थन देने के साथ गांव एवं शहरों में इसके समर्थन के लिए जन जागरण करने की अपील की।संगोष्ठी में बीकेटी विधायक योगेश शुक्ला,सदस्य विधान परिषद पवन सिंह चौहान,जिलाध्यक्ष लखनऊ विजय कुमार मौर्या समेत अधिवक्ता गण,शिक्षक गण,चिकित्सक,वरिष्ठ सामाजिक कार्यकर्ता,व्यापारी, एनजीओ के सदस्य एवं मंडल अध्यक्षगण,पदाधिकारी, कार्यकर्ता सहित अन्य गणमान्य लोग उपस्थित रहे।

 

 

 

Breaking News:

Recent News: