कैनविज टाइम्स, डिजिटल डेस्क ।
अल्बर्टा (कनाडा) में आयोजित जी-7 शिखर सम्मेलन के दौरान भारत और कनाडा के बीच लंबे समय से जमी रिश्तों की बर्फ आखिरकार पिघलती नजर आई। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और कनाडा के प्रधानमंत्री मार्के कार्नी के बीच करीब 40 मिनट की अहम बैठक हुई, जिसमें दोनों देशों ने फिर से आपसी रिश्तों को मजबूती देने की दिशा में कई ठोस कदम उठाए। बैठक में यह सहमति बनी कि जल्द ही दोनों देशों की राजधानियों नई दिल्ली और ओटावा में उच्चायुक्तों की नियुक्ति की जाएगी। इसके अलावा, उच्चायोगों में राजनयिकों की संख्या भी बढ़ाई जाएगी और उनके कार्यों को सामान्य बनाया जाएगा। इस मुलाकात के दौरान मुक्त व्यापार समझौते (FTA) पर रुकी हुई वार्ताओं को फिर से शुरू करने पर भी सहमति बनी है। यह वार्ता भारत और कनाडा के बीच व्यापारिक संबंधों को नई ऊंचाई दे सकती है। पीएम मोदी ने कनाडा के साथ संबंधों को “महत्वपूर्ण” करार देते हुए आपसी सहयोग को बढ़ाने की प्रतिबद्धता जताई। पिछले डेढ़ साल से भारत-कनाडा के रिश्तों में तनाव बना हुआ था, लेकिन जी-7 सम्मेलन में हुई इस द्विपक्षीय बैठक को एक सकारात्मक मोड़ के रूप में देखा जा रहा है।