कैनविज टाइम्स, डिजिटल डेस्क ।
रामनगरी अयोध्या में एक बार फिर ऐतिहासिक क्षण साक्षी बनने जा रहा है। रामजन्मभूमि परिसर में भगवान रामलला के साथ अन्य देवी-देवताओं की मूर्तियों की प्राण प्रतिष्ठा 5 जून को गंगा दशहरा के पावन अवसर पर की जाएगी। इस शुभ अनुष्ठान को उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अभिजीत मुहूर्त में संपन्न कराएंगे। इस वैदिक अनुष्ठान की अगुवाई काशी के यज्ञाचार्य जयप्रकाश त्रिपाठी करेंगे, जिनके निर्देशन में करीब 120 विद्वान आचार्य मंत्रोच्चार और पूजन-पाठ करेंगे। इस पूरे कार्यक्रम में विभिन्न धार्मिक ग्रंथों का पाठ, जप और विशेष अनुष्ठान भी शामिल होंगे। इस अवसर पर कई विशिष्ट अतिथि यजमान के रूप में उपस्थित रहेंगे। करीब 70 एकड़ में फैले रामजन्मभूमि परिसर में रामलला के साथ विभिन्न देवी-देवताओं के मंदिर भी होंगे। मंदिर के प्रथम तल पर भगवान श्रीराम का भव्य दरबार स्थापित किया जाएगा। रामलला के धाम के चारों ओर अन्य देवालय भी निर्मित किए गए हैं एक ओर भगवान शिव और गणेश, पीछे सूर्यदेव और मां दुर्गा, दोनों भुजाओं में हनुमान जी और मां अन्नपूर्णा का स्थान निर्धारित है। इसके साथ ही मंदिर के दक्षिण-पश्चिम कोने में भगवान लक्ष्मण (शेषावतार) का मंदिर भी स्थित होगा। गौरतलब है कि यही वह तिथि है, जिससे द्वापर युग की शुरुआत मानी जाती है। ऐसे में धार्मिक दृष्टिकोण से यह दिन अत्यंत पावन और ऐतिहासिक महत्व का माना जा रहा है।