कैनविज टाइम्स, धर्म डेस्क।
12 अप्रैल 2025, शनिवार को हनुमान जन्मोत्सव और चैत्र पूर्णिमा का शुभ संयोग बन रहा है। यह दिन धार्मिक दृष्टिकोण से अत्यंत महत्वपूर्ण माना जा रहा है। पंचांग के अनुसार इस दिन कई शुभ और अशुभ योग बन रहे हैं, जो दिन को और भी विशेष बना रहे हैं। आइए जानते हैं आज का पूरा पंचांग, शुभ मुहूर्त और पूजा विधि।
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आज का पंचांग (12 अप्रैल 2025)
• वार: शनिवार
• तिथि: पूर्णिमा (शुक्ल पक्ष)
• नक्षत्र: हस्त (शाम 6:08 बजे तक), फिर चित्रा
• योग: व्याघात (शाम 8:41 बजे तक), फिर हर्षण
• चंद्रमा की स्थिति: कन्या राशि में
• सूर्योदय: प्रातः 6:01 बजे
• सूर्यास्त: सायं 6:44 बजे
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हनुमान जयंती और पूर्णिमा का महत्व
हनुमान जयंती पर भक्त बजरंगबली की विशेष पूजा करते हैं। यह दिन उनके जन्मोत्सव के रूप में मनाया जाता है। पूर्णिमा तिथि भी पूर्ण फल देने वाली मानी जाती है। हनुमान जी की पूजा से भय, बाधाएं और नकारात्मकता दूर होती है।
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शुभ मुहूर्त
• हनुमान पूजा का शुभ समय:
• प्रातः 7:35 बजे से 9:10 बजे तक
• सायं 6:45 बजे से 8:09 बजे तक
• अमृत काल: 11:23 बजे से 1:11 बजे तक
• गोधूलि मुहूर्त: 6:44 बजे से 7:06 बजे तक
• निशीथ काल: 11:59 बजे से 12:44 बजे (रात्रि)
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अशुभ समय
• राहुकाल: 9:10 बजे से 10:46 बजे तक
• गुलिक काल: 6:01 बजे से 7:35 बजे तक
• यमगंड: 13:59 बजे से 15:33 बजे तक
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हनुमान जयंती पूजा विधि
1. प्रातः स्नान करके व्रत का संकल्प लें।
2. लाल कपड़े पर हनुमान जी की प्रतिमा या चित्र स्थापित करें।
3. उन्हें सिंदूर, चमेली का तेल, फूल और नैवेद्य अर्पित करें।
4. हनुमान चालीसा, सुंदरकांड या बजरंग बाण का पाठ करें।
5. आरती करें और प्रसाद वितरित करें।
विशेष योग
• आज के दिन व्याघात योग और हर्षण योग बन रहे हैं।
• व्याघात योग कुछ कार्यों में रुकावट डाल सकता है, इसलिए सावधानी रखें।
• हर्षण योग शुभ कार्यों के लिए उत्तम माना जाता है।