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Basant Panchami 2025: अगले साल कब है बसंत पंचमी, एक क्लिक में जानें शुभ मुहूर्त और पूजा विधि

धर्म
  • By Kanhwizz Times
  • Reported By: Kanwhizz Times
  • Updated: December 13, 2024

कैनवीज टाइम्स,डिजिटल डेस्क। बसंत पंचमी हिंदू कैलेंडर का एक महत्वपूर्ण त्यौहार है, जो हर साल माघ माह के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि को मनाया जाता है। यह पर्व खासकर माता सरस्वती की पूजा के लिए प्रसिद्ध है और साथ ही यह ऋतु परिवर्तन का भी प्रतीक है, जब सर्दियों के बाद बसंत ऋतु का आगमन होता है।

बसंत पंचमी 2025 की तारीख: अगले साल यानी 2025 में बसंत पंचमी 29 जनवरी को मनाई जाएगी। यह दिन विशेष रूप से विद्या और संगीत की देवी, माता सरस्वती की पूजा का दिन होता है। इसके साथ ही इस दिन से खेतों में नई फसल की बुआई की भी शुरुआत होती है, जिसे कृषि क्षेत्र में भी महत्वपूर्ण माना जाता है।

बसंत पंचमी के शुभ मुहूर्त: बसंत पंचमी के दिन पूजा का समय बहुत महत्वपूर्ण होता है। 2025 में बसंत पंचमी के दिन शुभ मुहूर्त सुबह 6:30 बजे से दोपहर 12:30 बजे तक रहेगा। यह समय माता सरस्वती की पूजा और भव्य धार्मिक अनुष्ठान के लिए सबसे उपयुक्त माना जाता है।

बसंत पंचमी की पूजा विधि:

स्नान और पवित्रता: सबसे पहले प्रात:काल उठकर स्नान करें और स्वच्छ कपड़े पहनें। घर के पूजा स्थल को साफ करके उसमें पीले रंग के फूल या चादर बिछाएं।

माता सरस्वती की पूजा: पूजा के लिए एक कलश में पानी भरकर उसे रखें और फिर उस पर देवी सरस्वती की मूर्ति या चित्र स्थापित करें। देवी सरस्वती के चित्र के पास पीले फूल, पीले चावल, मिष्ठान, फल और अक्षत रखें।

सरस्वती वंदना और मंत्र: पूजा के दौरान "ॐ ऐं सरस्वत्यै नमः" और "वन्दे वरदं सरस्वती" जैसे मंत्रों का उच्चारण करें। इन मंत्रों से माता सरस्वती की कृपा प्राप्त होती है और विद्या की प्राप्ति होती है।

भक्ति और आरती: पूजा के बाद देवी सरस्वती की आरती गाएं और घर के बच्चों को शिक्षा प्राप्ति के लिए आशीर्वाद दें।

बसंत पंचमी का महत्व: बसंत पंचमी का दिन ज्ञान, संगीत और कला के क्षेत्र में सफलता के प्रतीक के रूप में मनाया जाता है। यह दिन विशेष रूप से विद्यार्थियों, शिक्षकों और कलाकारों के लिए शुभ होता है। इस दिन का खास महत्व है क्योंकि इसे विद्या, बुद्धि, और ज्ञान के उत्सव के रूप में मनाया जाता है।

बसंत पंचमी का पर्व ऋतु परिवर्तन का प्रतीक भी है, जब सर्दियों के बाद बसंत का आगमन होता है, जो प्रकृति को नयापन और खुशहाली का अहसास कराता है।

माघ माह के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि का शुभारंभ, 02 फरवरी को सुबह 09 बजकर 14 मिनट पर हो रहा है। वहीं इस तिथि का समापन 03 फरवरी को सुबह 06 बजकर 52 मिनट पर होगा। ऐसे में उदया तिथि के अनुसार, बसंत पंचमी का पर्व रविवार, 02 फरवरी को मनाया जाएगा। इस दौरान शुभ मुहूर्त कुछ इस प्रकार रहने वाला है -

 

बसंत पंचमी सरस्वती पूजा मुहूर्त - सुबह 07 बजकर 09 मिनट से दोपहर 12 बजकर 35 मिनट पर

 

 


 

 

 

 

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