कैनविज टाइम्स,डिजिटल डेस्क।
बिहार में BPSC (Bihar Public Service Commission) परीक्षा के खिलाफ हो रहे विरोध प्रदर्शन के बीच, चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। उन्हें बिहटा क्षेत्र से गिरफ्तार किया गया, और सूत्रों के अनुसार उन्हें फिलहाल एक अज्ञात स्थान पर रखा गया है। उनकी गिरफ्तारी से राजनीति में हलचल मच गई है और विरोध प्रदर्शन को लेकर एक नई दिशा मिलने की संभावना जताई जा रही है।
1. प्रशांत किशोर की गिरफ्तारी
• क्यों हुई गिरफ्तारी?: प्रशांत किशोर ने बिहार के छात्रों की ओर से BPSC परीक्षा में हो रही अनियमितताओं और भ्रष्टाचार के खिलाफ आवाज उठाई थी। उन्होंने आरोप लगाया था कि परीक्षा प्रणाली में धांधली हो रही है और छात्रों के भविष्य से खेला जा रहा है। उनके इस विरोध ने बिहार में एक बड़े आंदोलन का रूप लिया था।
• गिरफ्तारी का तरीका: पुलिस ने प्रशांत किशोर को बिहटा में उस वक्त गिरफ्तार किया, जब वह छात्रों के साथ धरना दे रहे थे। पुलिस ने उन्हें बिना किसी सूचना के हिरासत में लिया और कहा जा रहा है कि उन्हें एक गुप्त स्थान पर रखा गया है, ताकि मामले की जांच की जा सके।
2. BPSC परीक्षा के खिलाफ विरोध
• छात्रों का आक्रोश: BPSC परीक्षा में हो रही गड़बड़ियों को लेकर राज्यभर में छात्रों का आक्रोश बढ़ता जा रहा है। छात्रों का कहना है कि बिहार सरकार ने परीक्षा में पारदर्शिता सुनिश्चित नहीं की है, जिसके कारण कई योग्य उम्मीदवारों का भविष्य अंधकारमय हो सकता है।
• प्रशांत किशोर का समर्थन: प्रशांत किशोर, जो राजनीति में अपने प्रभावशाली कदमों के लिए जाने जाते हैं, ने बिहार के छात्रों के हक में अपनी आवाज उठाई थी। उन्होंने राज्य सरकार से मांग की थी कि परीक्षा प्रणाली में सुधार किया जाए और छात्रों को न्याय मिले।
3. राजनीतिक प्रतिक्रिया और विवाद
• विरोध बढ़ सकता है: प्रशांत किशोर की गिरफ्तारी के बाद राजनीतिक हलकों में बहस तेज हो गई है। उनके समर्थक इसे सरकार की तानाशाही कार्रवाई मानते हैं, जबकि विपक्षी दलों ने इसे सरकार की असफलता और छात्रों के हक की अनदेखी करार दिया है।
• मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की चुप्पी: इस मामले में बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अब तक कोई बयान नहीं दिया है, लेकिन इस पर राजनीतिक विपक्ष लगातार प्रतिक्रिया दे रहा है। वे इसे राज्य सरकार द्वारा लोकतांत्रिक विरोध को दबाने की कोशिश मान रहे हैं।
4. अज्ञात स्थान पर रखे जाने की खबर
• परिवार की चिंता: प्रशांत किशोर के परिवार और उनके समर्थक इस बात को लेकर चिंतित हैं कि उन्हें कहां रखा गया है। उनकी गिरफ्तारी के बाद उनके ठिकाने के बारे में कोई ठोस जानकारी नहीं दी गई है।
• पुलिस का बयान: पुलिस ने कहा है कि प्रशांत किशोर को किसी तरह की हिंसा या अनुशासनहीनता से बचने के लिए एक सुरक्षित स्थान पर रखा गया है, लेकिन उनका ठिकाना सार्वजनिक नहीं किया गया।
BPSC परीक्षा के खिलाफ हो रहे विरोध प्रदर्शन में प्रशांत किशोर की गिरफ्तारी ने राजनीतिक और सामाजिक हलकों में हंगामा मचा दिया है। जहां एक ओर छात्रों का आंदोलन तेज हो रहा है, वहीं दूसरी ओर प्रशांत किशोर की गिरफ्तारी को लेकर सियासी बयानबाजी भी तेज हो गई है। अब यह देखना होगा कि इस घटनाक्रम का आगामी दिनों में राजनीति और बिहार के शिक्षा तंत्र पर क्या असर पड़ता है।