कैनविज टाइम्स,डिजिटल डेस्क।उत्तर भारत, खासकर उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश जैसे राज्यों में दलित वोट बैंक को आकर्षित करने के लिए कांग्रेस पार्टी ने एक नया मास्टरप्लान तैयार किया है। इस रणनीति का मुख्य उद्देश्य भारतीय समाज पार्टी (BSP) के एजेंडे को चुनौती देना और दलित समुदाय के बीच अपनी पकड़ को मजबूत करना है। पार्टी ने आगामी चुनावों को ध्यान में रखते हुए इस वर्ग के बीच अपनी उपस्थिति को प्रभावी बनाने के लिए कई प्रमुख कदम उठाने की योजना बनाई है।
BSP के एजेंडे से प्रेरित मास्टरप्लान:
कांग्रेस ने अपने पुराने कार्यकर्ता और नेताओं के अनुभवों से यह सीखा है कि BSP ने हमेशा दलित समुदाय को अपनी राजनीति का केंद्रबिंदु बनाया है। इस रणनीति से यह साफ है कि दलित वोट बैंक को लेकर कांग्रेस अब अपनी छवि को फिर से मजबूत करना चाहती है। BSP की राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती ने हमेशा अपने दलित एजेंडे को प्रमुख मुद्दा बनाया है, और कांग्रेस इस बार उन्हीं रणनीतियों को अपने रास्ते पर लागू करने की कोशिश कर रही है।
कांग्रेस के अंदरूनी सूत्रों के अनुसार, पार्टी ने दलित समुदाय को अपने पक्ष में लाने के लिए कई योजनाओं को अपनाया है, जिनमें सामाजिक और आर्थिक भलाई के कार्यक्रमों का इंद्रधनुषी मिश्रण शामिल है। इस मास्टरप्लान में सामाजिक न्याय, आरक्षण, शिक्षा, स्वास्थ्य और रोजगार के मुद्दों पर विशेष ध्यान दिया गया है।
कांग्रेस के मास्टरप्लान की मुख्य बातें:
1. सामाजिक न्याय पर जोर: कांग्रेस ने दलितों के अधिकारों को मजबूती से आगे बढ़ाने का संकल्प लिया है। इसके तहत दलितों के लिए सरकारी योजनाओं को और अधिक प्रभावी बनाने के लिए एक विशेष कार्यक्रम चलाया जाएगा। शिक्षा और रोजगार में समानता की दिशा में भी महत्वपूर्ण कदम उठाए जाएंगे।
2. कांग्रेस की योजनाओं का प्रचार: कांग्रेस ने अपने कार्यकर्ताओं को निर्देशित किया है कि वे दलित समुदाय में पार्टी की योजनाओं और उनके फायदे को समझाने के लिए व्यापक प्रचार अभियान चलाएं। विशेषकर उन योजनाओं को बढ़ावा दिया जाएगा जो दलितों के कल्याण के लिए बनाई गई हैं, जैसे कि सामाजिक सुरक्षा, आरक्षण, और नरेगा जैसी योजनाएं।
3. आरक्षण के मुद्दे को उठाना: कांग्रेस ने अपने एजेंडे में आरक्षण को अहम मुद्दा बनाया है। पार्टी यह सुनिश्चित करना चाहती है कि दलितों को शिक्षा और रोजगार में अवसर मिलें। कांग्रेस दलितों के अधिकारों के लिए अपनी प्रतिबद्धता को लेकर पहले से ही एक मजबूत छवि बनाना चाहती है।
4. दलित नेताओं को आगे लाना: कांग्रेस ने अपनी पार्टी में दलित नेताओं को प्रमुख भूमिका में लाने की योजना बनाई है। इन नेताओं के माध्यम से पार्टी दलित समुदाय के बीच अपनी स्थिति को बेहतर तरीके से स्थापित करना चाहती है।
5. विकास के मुद्दे पर जोर: कांग्रेस दलितों के विकास की दिशा में काम करने का दावा कर रही है। इसके तहत ग्रामीण क्षेत्रों में शिक्षा और स्वास्थ्य की सुविधा को बढ़ावा देने के साथ-साथ रोजगार के अवसर भी दिए जाएंगे।