कैनविज टाइम्स , डिजिटल डेस्क ।
अंकिता भंडारी हत्याकांड में दोषियों को उम्रकैद की सजा मिलने के बावजूद वह वीआईपी अब भी रहस्य बना हुआ है, जिसके आने को लेकर विवाद हुआ था। वर्ष 2022 में वनंतरा रिसॉर्ट में कार्यरत अंकिता पर कथित रूप से एक वीआईपी मेहमान को "एक्सट्रा सर्विस" देने का दबाव बनाया गया था। जब अंकिता ने इसका विरोध किया, तो आरोपी अंकित गुप्ता से उसकी तीखी बहस हुई, जिसमें 10 हजार रुपये देने की बात भी सामने आई। कोर्ट ने इस चर्चित मामले में रिसॉर्ट मालिक पुलकित आर्य, सौरभ भास्कर और अंकित गुप्ता को दोषी मानते हुए आजीवन कारावास की सजा सुना दी है। फिर भी जनता के मन में उस वीआईपी को लेकर सवाल जस के तस बने हुए हैं, जिसका नाम आज तक सामने नहीं आया। एसआईटी जांच, विरोध-प्रदर्शन और मीडिया दबाव के बावजूद अब तक उस व्यक्ति की पहचान उजागर नहीं हो पाई है, जिसे कथित तौर पर रिसॉर्ट में आने वाला वीआईपी बताया गया था। अंकिता की हत्या 18 सितंबर 2022 की रात हुई मानी जाती है, जबकि पुलकित आर्य ने 19 सितंबर की सुबह गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई थी। 22 सितंबर को पुलिस ने जांच अपने हाथ में ली थी, जिसके बाद मामला तूल पकड़ गया। अब जब कोर्ट ने दोषियों को सजा दे दी है, फिर भी लोगों की नजरें अब उस वीआईपी के नाम पर टिक गई हैं, जिसे लेकर हत्या की शुरुआत हुई थी।