अब तक महिलाएं महिला अंतरिक्ष यात्री बनी हैं, लेकिन स्वास्थ्य कारणों से महिलाओं को अंतरिक्ष में भेजने के कार्यक्रम शायद ही कभी आयोजित किए गए हों। नासा के वैज्ञानिकों का कहना है कि अंतरिक्ष में अंतरिक्ष यात्री उच्च स्तर के हानिकारक विकिरण के संपर्क में आते हैं। ये विकिरण मानव तंत्रिका तंत्र को नुकसान पहुंचा सकते हैं, जिससे कैंसर और हृदय रोग का खतरा बढ़ जाता है। इस विकिरण का प्रतिकूल प्रभाव पुरुषों की तुलना में महिलाओं पर अधिक होता है।
वैज्ञानिकों के अनुसार, अंतरिक्ष विकिरण के प्रभावों का अध्ययन करना कठिन है। नासा द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान जापान पर गिराए गए परमाणु बम के पीड़ितों की तलाश कर रहा है। अध्ययन में पाया गया कि विकिरण के संपर्क में आने पर पुरुषों की तुलना में महिलाओं में कैंसर होने की संभावना अधिक थी। खासतौर पर महिलाओं को ब्रेस्ट कैंसर और थायरॉइड हो सकता है। इसलिए नासा पुरुषों की तुलना में कम महिलाओं को अंतरिक्ष में भेजता है।
महिलाओं को वली फंक की अंतरिक्ष यात्रा की उम्मीद है
जेफ बेजोस की न्यू शेपर्ड फ्लाइट में महिला अंतरिक्ष यात्री वैली फंक ने अंतरिक्ष में यात्रा की। यह महिला अंतरिक्ष यात्रियों के लिए मील का पत्थर है। हालांकि, महिलाओं में संभावना के बावजूद 1961 में ऐसी परियोजना को रद्द कर दिया गया था। वैली फंक ने 1960 के दशक में नासा के अंतरिक्ष यात्री कोर पर सभी परीक्षण पास किए।