कैनविज टाइम्स,डिजिटल डेस्क। दीनदयाल उपाध्याय राज्य ग्राम्य विकास संस्थान बीकेटी लखनऊ द्वारा भारत सरकार के सांख्यिकी एवं कार्यक्रम कार्यान्वयन मंत्रालय के अधीनस्थ राष्ट्रीय सांख्यिकी क्षेत्रीय कार्यालय,लखनऊ के सहयोग से दिनांक 08 एवं 09 अप्रैल, 2025 को एक-एक दिवसीय,समाजार्थिक सर्वेक्षण के 80 वें दौर के सर्वेक्षण के अन्तर्गत दो दिवसीय क्षेत्रीय प्रशिक्षण शिविर का आयोजन संस्थान के बुद्धा सभागार में किया जा रहा है।उक्त प्रशिक्षण शिविर में लखनऊ मंडल,झांसी मंडल तथा देवीपाटन मंडल के कुल 75 अधिकारियों द्वारा प्रतिभाग किया जा रहा है।कार्यक्रम के उद्घाटन सत्र को डिंपल यादव,सहायक निदेशक, एन0एस0एस0ओ0 द्वारा स्वागत सम्बोधन के माध्यम से आरम्भ किया गया।डॉ0 सुचिता गुप्ता,उप महानिदेशक क्षेत्रीय कार्यालय लखनऊ ने उद्घाटन सम्बोधन में समाजार्थिक सर्वेक्षण के 80वें दौर के सर्वेक्षण की महत्वपूर्ण गतिविधियों एवं अवधारणाओं के विषय में विस्तृत रूप से प्रशिक्षु अधिकारियों का ज्ञानवर्धन किया।

मो0 तैयब,उप निदेशक आंचलिक कार्यालय लखनऊ द्वारा समाजार्थिक सर्वेक्षण की देश में नियोजन एवं नीति निर्धारण में महत्वपूर्ण भूमिका के विषय में विस्तारपूर्वक बताया।वरूण विद्यार्थी,संस्थापक अध्यक्ष मानवोदय सेवा संस्थान एवं आर0एल0 राजवंशी,राज्य मद्य निषेध अधिकारी,उ0प्र0 द्वारा क्रमशःअपने-अपने विषयों तथा प्रासंगिक कार्य क्षेत्र में कैसे कार्य करेंगे,इत्यादि विधाओं पर विस्तृत व्याख्यान दिया।उपर्युक्त कार्यक्रम के उद्घाटन सत्र के अन्तर्गत ही मुख्य अतिथि के रूप में राष्ट्रीय स्तर के शिक्षाविद् एवं पूर्व लोक सेवा आयोग उ0प्र0 के वरिष्ठ सदस्य डॉ0 कृष्णवीर सिंह शाक्य द्वारा स्वास्थ्य,शिक्षा तथा मिशन कर्मयोगी विषयों को अर्न्तसमाहित करते हुये, विश्लेषणात्मक रूप से प्रासंगिक एवं वर्तमान वस्तु स्थिति को उद्धृत करते हुये एक-एक करके सम्बन्धित उपयोगी एवं तथ्य परक घटकों पर व्याख्यान दिया।

अध्यक्षीय सम्बोधन के अन्तर्गत संस्थान के अपर निदेशक बी0डी0 चौधरी द्वारा सम्बन्धित विषय-विशेषज्ञों एवं विभागीय अधिकारियों तथा उपस्थित प्रतिभागी अधिकारियों का स्वागत अभिनन्दन करतें हुये प्रशिक्षण विधा की उपयोगिता तथा इसके महत्व पर डी0ओ0पी0टी0 के दिशा-निर्देशों के अनुसार एक प्रासंगिक व्याख्यान दिया तथा सभी को धन्यवाद भी ज्ञापित किया।प्रशिक्षण कार्यक्रम के आयोजन एवं प्रबन्धन के दृष्टिगत संस्थान के सहायक निदेशक आलोक कुशवाहा,शोध सहयुक्त प्रतिमेश तिवारी,उपेन्द्र दुबे,कम्प्यूटर प्रोग्रामर तथा प्रचार सहायक मो0शहंशाह का उल्लेखनीय एवं सराहनीय योगदान रहा।