कैनविज टाइम्स,डिजिटल डेस्क । कांग्रेस पार्टी ने आगामी चुनावों को लेकर अपनी रणनीति तेज करते हुए 13 महीने का एक बड़ा आंदोलन शुरू करने का ऐलान किया है। इस आंदोलन का नाम 'जय बापू, जय भीम, जय संविधान' रखा गया है, जो भारतीय संविधान और इसके संस्थापक डॉ. भीमराव अंबेडकर के आदर्शों को सम्मानित करने का एक प्रयास होगा। कांग्रेस ने यह घोषणा की है कि यह अभियान 28 दिसंबर से शुरू होगा और अगले 13 महीनों तक जारी रहेगा।
अभियान का उद्देश्य और महत्व
कांग्रेस के नेता और पार्टी के वरिष्ठ नेता इस अभियान को भारतीय संविधान की रक्षा और महात्मा गांधी तथा डॉ. अंबेडकर के विचारों को फैलाने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम मान रहे हैं। पार्टी के अनुसार, इस आंदोलन का मुख्य उद्देश्य भारतीय समाज को संविधान की अहमियत और इसके द्वारा दिए गए अधिकारों के प्रति जागरूक करना है। साथ ही, यह अभियान समाज में समता, न्याय और धर्मनिरपेक्षता के सिद्धांतों को मजबूत करने के लिए होगा, जो भारतीय संविधान के मूल आधार हैं। कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं ने कहा कि इस अभियान के दौरान देशभर में रैलियां, प्रदर्शन और जनसभाएं आयोजित की जाएंगी, जहां कांग्रेस पार्टी के नेता और कार्यकर्ता भारतीय संविधान के महत्व, सामाजिक न्याय और महात्मा गांधी, डॉ. भीमराव अंबेडकर के योगदान पर विशेष ध्यान देंगे। इस अभियान के जरिए कांग्रेस बीजेपी और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) द्वारा संविधान और लोकतांत्रिक संस्थाओं पर हो रहे हमलों के खिलाफ जन जागरूकता पैदा करना चाहती है।
आंदोलन का प्रारंभ हुआ
अभियान का औपचारिक रूप से प्रारंभ 28 दिसंबर से होगा, जो महात्मा गांधी के अनुयायी और भारतीय संविधान के निर्माता डॉ. भीमराव अंबेडकर की जयंती के पास है। कांग्रेस का यह अभियान एक प्रकार से संविधान के मूल आदर्शों की रक्षा करने की दिशा में एक प्रमुख पहल है, और पार्टी इसे चुनावी दृष्टिकोण से भी अहम मानती है।
कांग्रेस का आक्रामक रुख
इस आंदोलन को कांग्रेस पार्टी आगामी चुनावों में अपनी चुनावी रणनीति के तौर पर देख रही है, जिसमें पार्टी अपने विचारधाराओं और सिद्धांतों को लोगों तक पहुंचाएगी। पार्टी का मानना है कि संविधान के अधिकारों और सामाजिक न्याय को बनाए रखना जरूरी है, खासकर तब जब भाजपा और संघ परिवार के कुछ नेताओं की ओर से संविधान को लेकर सवाल उठाए जा रहे हैं। इस प्रकार, कांग्रेस पार्टी ने 13 महीने के इस आंदोलन के जरिए देशभर में संविधान की रक्षा और सामाजिक न्याय के मुद्दे को प्रोत्साहित करने का निर्णय लिया है।