कैनविज टाइम्स,डिजिटल डेस्क।
संजय राउत का यह दावा कि महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे कांग्रेस में शामिल होना चाहते थे, सियासी हलचल का कारण बन गया है। राउत ने कहा कि शिंदे ने कांग्रेस में शामिल होने का विचार किया था, लेकिन नाना पटोले (महाराष्ट्र कांग्रेस अध्यक्ष) द्वारा दिए गए ऑफर ने इस सियासी स्थिति को बदल दिया। राउत के बयान ने राज्य की राजनीति में नया मोड़ ला दिया है और यह सवाल खड़ा कर दिया है कि क्या शिंदे और उनकी पार्टी के अन्य सदस्य कांग्रेस में शामिल हो सकते थे।
यह दावा भाजपा और शिवसेना (एकनाथ शिंदे गुट) द्वारा नकारा गया है, और उन्होंने इसे राजनीतिक बयानबाजी करार दिया है। शिंदे के समर्थक इसे पूरी तरह से निराधार और गलत बताने की कोशिश कर रहे हैं। वहीं, कांग्रेस ने इस मामले पर चुप्पी साधी है, हालांकि यह बयान कांग्रेस की स्थिति और राज्य की सियासी उठापटक को और अधिक जटिल बना सकता है।
राजनीतिक पर्यवेक्षकों का मानना है कि यह घटनाक्रम महाराष्ट्र में सत्ता संघर्ष और गठबंधन राजनीति में एक नया मोर्चा खोल सकता है, खासकर जब शिंदे गुट और ठाकरे परिवार के बीच तनाव बना हुआ है।