कैनविज टाइम्स, डिजिटल डेस्क ।
रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर (RCB) की 18 साल बाद मिली पहली आईपीएल ट्रॉफी के बाद जश्न के माहौल में बुधवार को एक दिल दहला देने वाला हादसा हो गया। बेंगलुरु के एम. चिन्नास्वामी स्टेडियम के बाहर विक्ट्री परेड शुरू होने से पहले जबरदस्त भीड़ उमड़ी, जिसके चलते भगदड़ मच गई। इस हादसे में महिला समेत कम से कम 7 लोगों की मौत हो गई है, जबकि दर्जनों लोग घायल हुए हैं। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, सुबह से ही हजारों की संख्या में प्रशंसक स्टेडियम के बाहर जमा हो चुके थे। जैसे ही खिलाड़ियों की झलक पाने की होड़ तेज़ हुई, भीड़ बेकाबू हो गई। सुरक्षा व्यवस्था इस अचानक उमड़ी भीड़ के लिए नाकाफी साबित हुई। स्थानीय पुलिस और आपातकालीन सेवाओं ने मौके पर पहुंचकर स्थिति को संभालने की कोशिश की। घायलों को नजदीकी अस्पतालों में भर्ती कराया गया है। कई की हालत गंभीर बताई जा रही है। बेंगलुरु पुलिस कमिश्नर बी. दयानंद ने बताया कि कार्यक्रम के लिए आयोजकों को भीड़ प्रबंधन की पुख्ता व्यवस्था करनी थी, लेकिन भीड़ का अनुमान कम लगाया गया था। हादसे की जांच के आदेश दे दिए गए हैं और आयोजकों से जवाब-तलब किया गया मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने घटना पर गहरा शोक व्यक्त करते हुए मृतकों के परिजनों को 5 लाख रुपये मुआवजा और घायलों को निशुल्क इलाज की घोषणा की है। उन्होंने कहा कि यह एक दुखद त्रासदी है और दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा। RCB टीम प्रबंधन ने हादसे पर दुख जताया और कहा कि वे पीड़ितों और उनके परिवारों के साथ खड़े हैं। टीम के कप्तान ने सोशल मीडिया पर लिखा हम जीत का जश्न मनाना चाहते थे, लेकिन यह खबर दिल तोड़ने वाली है। हम पीड़ितों के परिवारों के लिए प्रार्थना करते हैं। आरसीबी की ऐतिहासिक जीत के उत्साह को यह त्रासदी भारी पड़ गई। यह हादसा एक बार फिर दर्शाता है कि ऐसे बड़े आयोजनों में सुरक्षा और भीड़ प्रबंधन कितने अहम होते हैं। अब सभी की निगाहें प्रशासनिक कार्रवाई और हादसे की जांच पर टिकी हैं।