कैनविज टाइम्स, डिजिटल डेस्क ।
झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री और झामुमो के संस्थापक शिबू सोरेन का सोमवार को दिल्ली के सर गंगाराम अस्पताल में 81 वर्ष की आयु में निधन हो गया। वे लंबे समय से बीमार चल रहे थे और किडनी से जुड़ी समस्याओं के कारण जून के अंतिम सप्ताह से अस्पताल में भर्ती थे। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने पिता के निधन की जानकारी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' के जरिए साझा करते हुए लिखा" आज मैं खाली हाथ हूँ, आज मैं शून्य हो गया हूँ। झामुमो कार्यकर्ताओं और समर्थकों में शोक की लहर है। झारखंड सरकार ने राज्यभर में सात दिनों के राजकीय शोक की घोषणा की है। शिबू सोरेन के पार्थिव शरीर को आज शाम रांची लाया जाएगा। मंगलवार को झारखंड विधानसभा में अंतिम दर्शन के लिए रखा जाएगा और मंगलवार शाम को रामगढ़ जिले के नेमरा गांव जो उनका पैतृक स्थान है, में अंतिम संस्कार किया जाएगा। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी, कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे समेत कई राष्ट्रीय नेताओं ने गहरा शोक जताया है। शिबू सोरेन का जन्म 11 जनवरी 1944 को हजारीबाग (अब रामगढ़ जिला) के नेमरा गांव में हुआ था। उन्हें ‘गुरुजी’ के नाम से जाना जाता था। उन्होंने झारखंड की पहचान, आदिवासी अधिकारों और सामाजिक न्याय के लिए लंबा संघर्ष किया। उनके निधन को झारखंड की राजनीति में एक युग का अंत माना जा रहा है।