कैनविज टाइम्स, डिजिटल डेस्क ।
दिल्ली नगर निगम (MCD) में आम आदमी पार्टी (AAP) को बड़ा झटका लगा है, जहां पार्टी के 15 पार्षदों ने इस्तीफा देकर एक नया राजनीतिक मोर्चा बनाने का फैसला किया है। इन पार्षदों ने हेमचंद्र गोयल के नेतृत्व में बैठक कर 'इंद्रप्रस्थ विकास पार्टी' नामक नई पार्टी का गठन किया है, जिसका नेतृत्व पूर्व नेता सदन मुकेश गोयल करेंगे। इस नए गुट के गठन के बाद दिल्ली नगर निगम में राजनीतिक समीकरण बदलते नजर आ रहे हैं। जहां भाजपा के पास 117 पार्षद हैं और AAP के पास 113 पार्षद, वहीं कांग्रेस के पास 8 पार्षद हैं। इस नई पार्टी के बनने से निगम की राजनीति में तीसरा मोर्चा उभरकर सामने आया है, जो भाजपा और AAP के बीच संतुलन बनाने में अहम भूमिका निभा सकता है।
पूर्व नेता सदन मुकेश गोयल ने AAP नेतृत्व पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उनका कहना है कि पार्टी में निर्णय हमेशा ऊपर से होते थे और जमीनी स्तर पर कार्यकर्ताओं की बात नहीं सुनी जाती थी। मुकेश गोयल ने कहा, “मुझे नेता सदन बनाया गया लेकिन हमारे पास किसी निर्णय की जानकारी नहीं होती थी। मैंने 2022 में आप के टिकट पर चुनाव लड़ा था, लेकिन पार्टी में लोकतंत्र की कमी महसूस हुई।” हेमचंद्र गोयल ने भी पार्टी नेतृत्व पर निशाना साधते हुए कहा कि “दिल्ली नगर निगम का अर्थ सत्ता का विकेंद्रीकरण है, लेकिन AAP ने सारी शक्ति एक ही व्यक्ति के हाथों में दे दी।”
इस नई पार्टी का नाम 'इंद्रप्रस्थ विकास पार्टी' रखा गया है, जो दिल्ली नगर निगम की राजनीति में तीसरी बड़ी ताकत बनने का दावा कर रही है। इस पार्टी में शामिल 15 पार्षदों में प्रमुख नाम दिनेश भारद्वाज, सुमन अनिल राणा, मुकेश गोयल और हेमचंद्र गोयल हैं। यह तीसरा मोर्चा MCD में एक नई राजनीतिक धुरी बनने की तैयारी में है, जो AAP और भाजपा दोनों के लिए चुनौती साबित हो सकता है।