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धर्म और सेवा को जोड़ती नई परंपरा: डीएम ने उठाया सांस्कृतिक बदलाव का कदम

पीलीभीत के जिलाधिकारी ज्ञानेंद्र सिंह ने जनपदवासियों से अपील की है कि वे अपने जीवन के विशेष अवसर जैसे जन्मदिन, वर्षगांठ और धार्मिक आयोजन स्थानीय गौशालाओं में मनाएं। यह पहल आध्यात्मिक ऊर्जा, पुण्य लाभ और समाज में सेवा भाव को बढ़ावा देने का एक प्रयास है।
  • By Kanhwizz Times
  • Reported By: Kritika pandey
  • Updated: June 9, 2025

कैनविज टाइम्स, डिजिटल डेस्क । 

पीलीभीत के जिलाधिकारी ज्ञानेंद्र सिंह की आम जनमानस से अपील की है। उन्होंने एक नई सांस्कृतिक परंपरा की ओर कदम उठाया गया है। जिलाधिकारी ने जनपद वासियों से अपील करते हुए कहा कि वे अपने जन्मदिन, विवाह वर्षगांठ, सामाजिक व आध्यात्मिक आयोजनों को पारंपरिक होटलों या पार्टी स्थलों की बजाय स्थानीय गौशालाओं में मनाएं। गौशाला में जन्मदिन मनाना, हवन-पूजन के माध्यम से आध्यात्मिक ऊर्जा प्राप्त प्राप्त होती है। गौसेवा के ज़रिए पुण्य अर्जित करना । यह पहल न केवल हमारी संस्कृति का सम्मान है, बल्कि समाज में सेवा और सहभाव का संदेश भी देती है। गौशाला में मनाने से 1001 गुना पुण्य की प्राप्ति होती है । “गौ माता की सेवा न केवल धर्म है, बल्कि यह मानवता का कर्तव्य भी है। जीवन के पावन अवसरों को गौशालाओं से जोड़ें और पुण्य के सहभागी बनें।” गौशाला में पूजा पाठ, हवन-पूजन से घर-परिवार में शुभता, आध्यात्मिक शांति एवं सकारात्मक ऊर्जा मिलती है ।  जिला प्रशासन की ओर से जनपद वासियों से आग्रह किया गया है कि गौ सेवा में आपकी भागीदारी ज़रूरी है आइए, मिलकर एक ऐसी परंपरा की शुरुआत करें जहाँ धर्म, सेवा, और समाज एक साथ जुड़ें। आप सबसे यह अपील है कि अगली बार जब आप कोई विशेष अवसर मनाएं तो गौशाला को ही आयोजन स्थल बनाएं।

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