धीरेन्द्र मिश्रा/ कैनविज टाइम्स
■ प्राचार्या प्रो मंजुला उपाध्याय ने दिया पैरेंट टीचर एसोसिएशन बनाने का सुझाव
लखनऊ, कैनविज टाइम्स संवाददाता। नवयुग कन्या महाविद्यालय में अभिभावक शिक्षक बैठक का आयोजन किया गया। अभिभावक शिक्षक बैठक, जिन्हें अभिभावक-शिक्षक सम्मेलन के रूप में भी जाना जाता है, ऐसे सत्र हैं जहाँ माता-पिता और शिक्षक छात्र की शैक्षणिक प्रगति, व्यवहार और समग्र विकास पर चर्चा करते हैं। इस सत्र का आयोजन महाविद्यालय की छात्राओं के समग्र विकास और शैक्षणिक सफलता को सुनिश्चित करने के लिए माता-पिता और शिक्षकों के बीच सहयोग की शक्ति में दृढ़ता से विश्वास करते हुए अभिभावक तथा शिक्षकों के बीच खुले संचार को बढ़ावा देने, संबंध बनाने और एक सहायक शैक्षिक वातावरण बनाने में हेतु किया गया। छात्राओं एवं अभिभावकों को संबोधित करते हुए प्राचार्या प्रो मंजुला उपाध्याय ने बच्चों के जीवन में अनुशासन, समय प्रबंधन का विद्यार्थी जीवन में महत्व पर प्रकाश डाला। बच्चों के व्यक्तित्व के विकास में कॉलेज के साथ ही परिवार का योगदान अति आवश्यक है। आधुनिक युग में जब तकनीक हमारे जीवन में सबसे ज्यादा भूमिका निभा रही है, ऐसे में अपने बच्चों को रोकना टोकना भी उतना ही महत्वपूर्ण है। ताकि बच्चों को अनावश्यक भटकाव से बचाया जा सके। साथ ही कॉलेज में होने वाली गतिविधियों एवं प्रतियोगिताओं के द्वारा छात्राओं के सर्वांगीण विकास में सहायक है। जिससे स्किल डेवलपमेंट किया जा सके। प्राचार्या ने कहा कि बदलते समय में विद्यार्थियों को अपने मूल संस्कृति से जोड़ना भी समय की मांग है। जिसके लिए महाविद्यालय प्रतिबद्ध है तथा नई शिक्षा नीति के विषय पर भी प्रकाश डाला। प्राचार्या प्रो मंजुला उपाध्याय ने पैरेंट टीचर एसोसिएशन बनाने का सुझाव प्रस्तुत किया। जिससे पैरेंट्स की आवाज को बल प्राप्त हो और वह अपनी समस्याएं महाविद्यालय प्रशासन के समक्ष प्रस्तुत कर सके।
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