कैनविज टाइम्स, डिजिटल डेस्क ।
मध्य प्रदेश के बदनावर विधानसभा क्षेत्र से भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के पूर्व विधायक और पूर्व जिलाध्यक्ष खेमराज पाटीदार की 67 साल की उम्र में रविवार रात निधन हो गया। उनकी अपने गृह गांव गाजनोद में अचानक से तबीयत खराब हुई और जब परिवार उन्हें लेकर चिकित्सालय पहुंचे तो चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। सोमवार सुबह 11 बजे उनकी अंतिम यात्रा निकाली गई। वे स्थानीय स्तर पर प्रभावी किसान नेताओं में गिने जाते थे। अचानक से उनकी मृत्यु को भाजपा परिवार एक बड़ी क्षति के रूप में देख रहा है। ऐसे में जहां केंद्रीय महिला एवं बाल विकास राज्यमंत्री सावित्री ठाकुर, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष, जिलाध्यक्ष महंत नीलेश भारती समेत कई अन्य नेताओं द्वारा शोक संवेदनाएं एवं श्रद्धांजलि उनको दी जा रही हैं। वहीं मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने भी उन्हें याद कर अपनी ओर से भावांजलि दी है। मुख्यमंत्री ने कहा, भाजपा के वरिष्ठ नेता, पूर्व विधायक एवं जिलाध्यक्ष श्रद्धेय खेमराज पाटीदार जी के निधन का समाचार अत्यंत दुखद है। आपका जाना भाजपा परिवार के लिए अपूरणीय क्षति है।बाबा महाकाल से दिवंगत की पुण्यात्मा को अपने श्रीचरणों में स्थान देने और परिजनों को गहन दु:ख सहन करने की शक्ति देने की प्रार्थना करता हूं।।। ॐ शांति।।”
दूसरी ओर पार्टी प्रदेश अध्यक्ष हेमन्त खण्डेलवाल ने इस दुख के अवसर पर एक्स पर कहा, भाजपा के वरिष्ठ नेता, बदनावर विधानसभा क्षेत्र से पूर्व विधायक एवं पूर्व जिलाध्यक्ष खेमराज पाटीदार के निधन का समाचार अत्यंत दुःखद हैं। वे आजीवन जनसेवा व संगठन के प्रति समर्पित रहे। उनका देहांत क्षेत्र की जनता व भाजपा परिवार के लिए अपूरणीय क्षति है। मेरी संवेदनाएं शोकाकुल परिवार व उनके समर्थकों के साथ हैं। प्रभु श्री राम दिवंगत आत्मा को श्रीचरणों में स्थान दें। ॐ शांति:!” खेमराज पाटीदार की छवि एक किसान नेता के रूप में रही। वे सदैव किसानों के हित की बात करते थे। उन्होंने पार्टी और सरकार के स्तर पर किसानों से जुड़े कौन से निर्णय एवं कार्य करना चाहिए, इसके लिए भी अपनी सरकार को कई अहम सुझाव दिए। उनके जीवन में राजनीति का आरंभ छात्र जीवन में ही हो गया था। उसी समय वे सबसे पहले सरपंच का चुनाव जीते। फिर जनपद सदस्य बने। 1998 में भाजपा के टिकिट पर उन्होंने अपनी विधानसभा में जीत दर्ज कराई । इसके अलावा उन्हें एक बार पार्टी ने धार जिलाअध्यक्ष बनाया था। वे जिला सहकारी केंद्रीय बैंक के अध्यक्ष भी रहे।