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बच्चों के लिए बीमारी बन रहा है मोबाइल का शौक, इन तरीकों से करें स्क्रीनटाइम लिमिट

हेल्थ
  • By Kanhwizz Times
  • Reported By: Kanwhizz Times
  • Updated: January 16, 2025

कैनविज टाइम्स,डिजिटल डेस्क।वर्तमान समय में मोबाइल फोन का उपयोग बच्चों के लिए मनोरंजन और शिक्षा का एक महत्वपूर्ण हिस्सा बन चुका है। लेकिन, इसका अत्यधिक और अनुचित उपयोग बच्चों की सेहत पर गंभीर असर डाल सकता है। मोबाइल की स्क्रीन पर लंबा समय बिताना बच्चों में दृष्टि समस्याओं, मनोवैज्ञानिक विकारों, और शारीरिक समस्याओं को जन्म दे सकता है। इसके अलावा, अधिक स्क्रीन टाइम बच्चों के व्यवहार, नींद, और सामाजिक विकास पर भी नकारात्मक प्रभाव डाल सकता है। विशेषज्ञों का मानना है कि बच्चों के लिए स्क्रीन टाइम को सीमित करना अत्यंत आवश्यक है।

क्यों बढ़ रहा है बच्चों में मोबाइल का शौक?
    1.    ऑनलाइन शिक्षा: कोविड-19 महामारी के बाद, बच्चों की शिक्षा का बड़ा हिस्सा ऑनलाइन हो गया है, जिससे उनकी स्क्रीन टाइम में वृद्धि हुई है।
    2.    मनोरंजन के साधन: वीडियो गेम्स, सोशल मीडिया, और ऐप्स बच्चों का ध्यान आकर्षित करते हैं, जिससे वे घंटों तक मोबाइल पर व्यस्त रहते हैं।
    3.    सामाजिक दबाव: बच्चों के बीच ट्रेंड्स और सोशल मीडिया का प्रभाव भी उन्हें मोबाइल की ओर आकर्षित करता है, जिससे वे इस पर अधिक समय बिताने लगे हैं।

बच्चों के लिए मोबाइल के अधिक उपयोग के दुष्परिणाम:
    •    दृष्टि समस्या: लंबे समय तक मोबाइल स्क्रीन पर देखने से बच्चों में आंखों की समस्याएं जैसे कि आंखों की थकावट, दृष्टि धुंधलापन और नज़दीकी दृष्टि की कमजोरी हो सकती है।
    •    शारीरिक समस्याएं: बच्चों की हड्डियां और मांसपेशियां पर भी इसका प्रभाव पड़ता है, जैसे पीठ और गर्दन में दर्द और मोटापा। लंबे समय तक बैठने से शारीरिक गतिविधियां कम हो जाती हैं, जिससे उनका विकास प्रभावित होता है।
    •    मानसिक स्वास्थ्य: अधिक स्क्रीन टाइम से बच्चों में चिंता, तनाव और अवसाद जैसी समस्याएं बढ़ सकती हैं। साथ ही, सोशल मीडिया का दुरुपयोग बच्चों के आत्म-सम्मान पर भी प्रतिकूल प्रभाव डाल सकता है।
    •    नींद की कमी: मोबाइल पर देर रात तक समय बिताने से बच्चों को नींद की कमी हो सकती है, जिससे उनका मानसिक और शारीरिक विकास प्रभावित होता है।

बच्चों के स्क्रीन टाइम को लिमिट करने के लिए टिप्स:
    1.    स्क्रीन टाइम पर नियम बनाएं:
    •    बच्चों के लिए दिन में 1-2 घंटे से ज्यादा स्क्रीन टाइम निर्धारित न करें।
    •    नींद से पहले कम से कम 1 घंटे पहले मोबाइल का उपयोग बंद करें, ताकि नींद प्रभावित न हो।
    2.    आकर्षक गतिविधियों का विकल्प दें:
    •    बच्चों को पढ़ाई, खेलकूद, और सृजनात्मक गतिविधियों जैसे पेंटिंग, म्यूजिक, या आउटडोर खेलों में भाग लेने के लिए प्रेरित करें। इससे उनका ध्यान मोबाइल से हटेगा और वे शारीरिक और मानसिक रूप से स्वस्थ रहेंगे।
    3.    स्मार्टफोन के इस्तेमाल के लिए स्क्रीन गाइडलाइंस सेट करें:
    •    अधिकांश स्मार्टफोन में “Parental Control” ऑप्शन होता है, जिससे आप बच्चों के लिए स्क्रीन टाइम लिमिट सेट कर सकते हैं।
    •    मोबाइल ऐप्स और गेम्स को टाइम लिमिट के तहत इस्तेमाल करने की अनुमति दें।
    4.    सकारात्मक उदाहरण प्रस्तुत करें:
    •    यदि आप अपने बच्चों को मोबाइल का कम उपयोग करने के लिए कहते हैं, तो खुद भी मोबाइल का कम इस्तेमाल करें। बच्चों को अपने माता-पिता से सीखने की आदत होती है, और यदि आप अच्छा उदाहरण प्रस्तुत करेंगे, तो वे भी इसका पालन करेंगे।
    5.    बच्चों की स्क्रीन गतिविधियों को मॉनिटर करें:
    •    बच्चों के द्वारा देखी जा रही सामग्री पर निगरानी रखें। अवांछित सामग्री से उन्हें बचाने के लिए फिल्टरिंग सॉफ़्टवेयर का इस्तेमाल करें।
    6.    बच्चों के लिए निर्धारित ‘ऑनलाइन’ समय का पालन करें:
    •    बच्चों को मोबाइल स्क्रीन के बजाय वास्तविक दुनिया के साथ समय बिताने के लिए प्रेरित करें। उनके खेलने, हंसी-खुशी, और मित्रों से मिलाने का समय बढ़ाएं।

 

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