कैनविज टाइम्स,डिजिटल डेस्क। भारत और अमेरिका के बीच व्यापार संबंध हाल के वर्षों में महत्वपूर्ण रूप से विकसित हुए हैं, लेकिन वर्तमान में व्यापारिक टैरिफ (आयात शुल्क) को लेकर दोनों देशों के बीच तनाव बढ़ा है। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भारत पर जवाबी टैरिफ लगाने की धमकी दी है, जिसे 2 अप्रैल 2025 से लागू किया जा सकता है।
भारत द्वारा टैरिफ में कटौती:
इस संदर्भ में, भारत ने अपने औद्योगिक वस्तुओं पर टैरिफ को कम करने की प्रक्रिया शुरू की है। वाणिज्य और उद्योग राज्य मंत्री जितिन प्रसाद के अनुसार, केंद्रीय बजट 2025-26 के बाद भारत ने साधारण औसत औद्योगिक शुल्क को घटाकर 10.66% कर दिया है, जो पहले 13.5% था।
प्रभावित होने वाले प्रमुख क्षेत्र:
विशेषज्ञों के अनुसार, यदि अमेरिका और भारत के बीच टैरिफ बढ़ते हैं, तो निम्नलिखित क्षेत्रों पर विशेष प्रभाव पड़ सकता है:
• टेक्सटाइल (कपड़ा): भारत अमेरिका को बड़ी मात्रा में कपड़ा निर्यात करता है। उच्च टैरिफ से इस क्षेत्र में प्रतिस्पर्धा क्षमता प्रभावित हो सकती है।
• स्टील: भारत से अमेरिका को स्टील निर्यात पर टैरिफ बढ़ने से भारतीय स्टील उद्योग पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ सकता है।
• फार्मास्यूटिकल्स (दवाइयाँ): भारतीय दवाओं पर बढ़े हुए टैरिफ से अमेरिकी बाजार में उनकी उपलब्धता और प्रतिस्पर्धा प्रभावित हो सकती है।
• ऑटोमोबाइल: भारतीय ऑटोमोबाइल और कलपुर्जों पर टैरिफ बढ़ने से निर्यात में कमी हो सकती है, जिससे उद्योग पर दबाव बढ़ेगा।