कैनविज टाइम्स,डिजिटल डेस्क। महाकालेश्वर मंदिर, जो उज्जैन, मध्यप्रदेश में स्थित है, ने इस साल अपने चढ़ावे के रूप में 165 करोड़ रुपये प्राप्त किए हैं। यह आंकड़ा दर्शाता है कि इस मंदिर में आने वाले भक्तों ने अपने विश्वास और श्रद्धा के तहत दिल खोलकर दान किया है।
2024 में, महाकाल मंदिर में भक्तों का चढ़ावा रिकॉर्ड स्तर तक पहुंचा, जो पिछले सालों की तुलना में काफी अधिक था। विशेष रूप से महाकाल मंदिर में ज्योतिर्लिंग पूजा, महाकाल विश्वनाथ कॉरिडोर का उद्घाटन, और मंदिर परिसर के विकास कार्यों ने भक्तों के बीच श्रद्धा और दान के प्रति आकर्षण को बढ़ाया।
इस साल की चढ़ाई में, दान की अधिकांश राशि नकद चढ़ावे, ऑनलाइन दान, और मंदिर की विशेष पूजा-अर्चना के माध्यम से आई। मंदिर के प्रबंधन ने भक्तों की तरफ से दिए गए इन दानों का उपयोग मंदिर के पुनर्निर्माण, आध्यात्मिक गतिविधियों, और अन्य धार्मिक कार्यों में करने का निर्णय लिया है।
महाकाल मंदिर में भक्तों का दान इस मंदिर के सांस्कृतिक और धार्मिक महत्व को और भी बढ़ाता है। यह एक संकेत है कि भक्तों की धार्मिक आस्था और विश्वास अब डिजिटल माध्यमों के जरिए भी पहले से ज्यादा मजबूत हो चुका है, क्योंकि ऑनलाइन दान की प्रक्रिया में भी भारी वृद्धि देखी गई है। साथ ही, मंदिर प्रबंधन ने इस चढ़ावे को पारदर्शिता और उचित उपयोग की दिशा में इस्तेमाल करने का वादा किया है, ताकि भक्तों का विश्वास बना रहे।