कैनविज टाइम्स, डिजिटल डेस्क । ]
सीएम योगी आदित्यनाथ सोमवार को सहारनपुर पहुंचे। उन्हाेंने पहले सहारनपुर मंडल के गठबन्धन जनप्रतिनिधियों के साथ बैठक की। उसके बाद मंडलीय अधिकारियों के साथ विकास कार्यों पर समीक्षा की। उन्होने स्मार्ट सिटी की लगभग 381 करोड़ की 15 योजनाओं का लोकार्पण भी किया। सीएम याेगी लखनऊ से सरसावा एयरपोर्ट पहुंचे। वहां से उन्हें हेलिकाप्टर से पुलिस लाइन में बने हेलीपैड पर उतरना था, लेकिन पानी भरने के चलते वे सड़क मार्ग से सर्किट हाउस पहुंचे। समीक्षा बैठक के बाद मुख्यमंत्री ने गोगा जी महाड़ी पर पूजन किया और वहीं स्थित नवनिर्मित अमृत सरोवर का उद्घाटन किया। वहां से मुख्यमन्त्री सीधे जनमंच सभागार पहुंचे। जहां पहुंचकर उन्होने स्मार्ट सिटी की लगभग 381 करोड़ की 15 योजनाओं का लोकार्पण किया। मुख्यमंत्री योगी ने जनमंच कार्यक्रम में जनता को सम्बोधित करते हुए स्वदेशी उत्पादों को अपनाने का आह्वान किया। कहा कि स्थानीय और देशी वस्तुओं की बिक्री को बढ़ावा देना प्रदेश के आर्थिक विकास में सहायक होगा। मुख्यमंत्री ने विशेष रूप से युवाओं और व्यापारियों से अपील की कि वे स्वदेशी वस्तुओं का अधिक से अधिक उपयोग करें और इनके प्रचार-प्रसार में योगदान दें। रक्षाबंधन के त्यौहार को ध्यान में रखते हुए मुख्यमंत्री ने घोषणा की कि 8, 9 और 10 अगस्त को उत्तर प्रदेश परिवहन निगम की बसों में महिलाएं नि:शुल्क यात्रा कर सकेंगी। यह सुविधा रक्षाबंधन के अवसर पर बहनों को समर्पित है ताकि वे अपने भाइयों से मिलने के लिए निर्बाध यात्रा कर सकें। मुख्यमंत्री ने इसी दौरान ‘हर घर तिरंगा’ अभियान को सफल बनाने का आह्वान करते हुए कहा कि 13, 14 और 15 अगस्त को प्रदेश का हर नागरिक अपने घर, दुकान और संस्थान पर तिरंगा फहराए। उन्होंने कहा कि स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर तिरंगे के सम्मान में इन तीन दिनों तक पूरे प्रदेश में तिरंगा रैली भी आयोजित की जाएंगी, जिसमें आम जनता, छात्र-छात्राएं, व्यापारी, संस्थान और स्वयंसेवी संगठन भाग लेंगे। मुख्यमंत्री ने नागरिकों से इस अभियान को जनआंदोलन बनाने की अपील करते हुए कहा कि “देश की आन-बान और शान तिरंगा है, इसे सम्मान देना हर भारतीय का कर्तव्य है। योगी ने कहा- महाकुंभ की सफलता से विपक्ष परेशान है। कांग्रेस और समाजवादी पार्टी के लोगों को परेशानी हो रही थी कि सनातन धर्म का गौरव इतना ऊंचा कैसे हो रहा? इन लोगों की संवेदना एक गरीब, एक नौजवान के साथ नहीं होती। इनको भारत की विरासत पर गौरव की अनुभूति नहीं होती। भारत और भारतीयता आगे बढ़ती है, तो इन्हें परेशानी होती है। लेकिन, आतंकी वारदात को संरक्षण देने में सपा-कांग्रेस आगे रहती है।
योगी ने कहा- 2 घटनाओं का कोर्ट ने निर्णय करते हुए काम किया। पहला- मालेगांव विस्फोट में कैसे तत्कालीन कांग्रेस सरकार और उसके सहयोगी दलों ने हिंदू नेताओं को अभियुक्त बनाने की कोशिश की थी। एटीएस के खुलासे से सारे तथ्य सामने आ रहे हैं। कांग्रेस और उसके सहयोगी दलों का ये कृत्य राष्ट्रद्रोह की श्रेणी में आता है। आतंकवाद के लिए सॉफ्ट और राष्ट्रवादी संगठनों के लिए क्रूर बनकर उनको पूरी तरह से खत्म करने की चेष्टा आतंकी कृत्य है। कांग्रेस का यह कृत्य देश के लिए अपराध था। सीएम योगी ने कहा- पिछले 11 साल में एक नए भारत का दर्शन करने को हम लोगों को मिल रहा है। प्रधानमंत्री मोदी ने भारत को विरासत और विकास के समन्वय के साथ आगे बढ़ाया है। अब हर भारतीय भारत और भारतीयता पर गौरव की अनुभूति करता है। भारत के प्रतीकों का सम्मान करता है। अपने पूर्वजों के गौरवशाली परम्परा के सरंक्षण के लिए पूरी प्रतिबद्धता के साथ काम करता है। सीएम योगी ने कांग्रेस पर तंज कसते हुए कहा कि मां शाकंभरी का कॉरिडोर ये लोग नही बनाएंगे। काशी-विश्वनाथ धाम बनाने का काम ये लोग नही करेंगे। अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण के लिए ये लोग कुछ प्रयास कभी नही करेंगे। महाकुंभ जैसे आयोजन नही करेंगे। इसकी कल्पना भी इनसे नहीं की जा सकती थी। सीएम योगी बोले-कांग्रेस को कभी विरासत की चिंता नहीं थी। अगर होती तो कांग्रेस अपने समय में जब सपा उसे समर्थन करती थी, तब कांग्रेस ने अपने समय में रामसेतु को तोड़ने का निर्णय लिया था। सुप्रीम कोर्ट में जो शपथ पत्र दाखिल किया था। उसमें कहा था कि राम और कृष्ण हुए ही नहीं। उन्हें मिथक माना था। इनसे विरासत के सरंक्षण की उम्मीद की ही नहीं जा सकती। सीएम योगी ने कहा, कांग्रेस के लोग एक तरफ आतंकवाद को क्लीन चिट देते हैं। देश पर हमला करने वालों को क्लीन चिट देते हैं। और दूसरी तरफ देश की सुरक्षा के लिए प्रतिबद्ध सेना के पराक्रम पर सवाल खड़ा करते हैं। राष्ट्रीय सुरक्षा में सेंध लगाने का कुत्सित प्रयास करते हैं। कार्यक्रम के दौरान राज्यमंत्री ब्रिजेश रावत, राज्यमंत्री जसवंत सैनी, पूर्व सांसद राघव लखनपाल, जिलाध्यक्ष सैनी, महानगर अध्यक्ष शीतल बिश्नोई, पूर्व सांसद प्रदीप चौधरी, विधायक राजीव गुंबर, विधायक कीरत सिंह, विधायक मुकेश चौधरी, विधायक देवेन्द्र निम व अन्य वरिष्ठ कार्यकर्ता उपस्थित रहे।
