Search News

समाजवादी पार्टी के जिलाध्यक्ष की शिकायत पर प्रशासन ने मदरसे में लगाया ताला

गोण्डा में समाजवादी पार्टी के जिलाध्यक्ष की शिकायत पर प्रशासन ने गैर मान्यता प्राप्त मदरसे पर ताला लगाया, जिससे मुस्लिम समाज की 103 बच्चियां दीनी तालीम से वंचित हो गईं, पार्टी की छवि पर सवाल।
  • By Kanhwizz Times
  • Reported By: Kritika pandey
  • Updated: May 14, 2025

कैनविज टाइम्स, डिजिटल डेस्क । 

समाजवादी पार्टी मुस्लिमों की सबसे बड़ी हितैषी बनने का दावा करती है,लेकिन उसकी पा र्टी के जिलाध्यक्ष की एक करतूत से मुस्लिम समा ज की तमाम लड़कियां दीनी तालीम से वंचित कर दी गयीं और मदरसे पर ताला जड़ दिया गया।इस से सिर्फ जिलाध्यक्ष की छीछालेदर हो रही बल्कि पार्टी हाईकमान पर भी सवाल खड़े किए जा रहे हैं।समाजवादी पार्टी के जिलाध्यक्ष अरशद हुसैन के द्वारा जिलाधिकारी नेहा शर्मा से की गयी शिका यत पर कोतवाली देहात क्षेत्र के विशनागा जमुनि याबाग में संचालित एक मदरसे की जांच जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी से कराई गयी, जिसके बाद मदरसे में ताला जड़ दिया गया।‌ प्रशा सन द्वारा की गयी इस कार्रवाई से गरीब परिवारों के करीब 250 बच्चे दीनी तालीम से वंचित कर दि ए गए।दरअसल,सपा जिलाध्यक्ष अरशद हुसैन ने जिलाधिकारी नेहा शर्मा से तीन मई  2025 को शिकायत की,जिसमें कहा कि कोतवाली देहात क्षेत्र के विशनागा जमुनियाबाग,खोरहंसा में स्थित मदरसा जामिया उम्मुल खैर अहसनुल बनात में 250 छात्राएं अध्ययनरत हैं,जिसमें से 150 छात्राएं मदरसे में रहती हैं,जिनकी देखभाल करने वाला कोई नहीं है।समाजवादी पार्टी के जिलाध्यक्ष द्वारा की गयी शिकायत में यह भी आरोप लगाया गया कि मदरसे का अनियमित रूप से संचालन किया जा रहा है।शिकायत को गंभीरता से लेते हुए जिला धिकारी नेहा शर्मा ने इसकी जांच के आदेश दिए। जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी रमेश चंद्र द्वारा पांच मई 2025 को प्रातः 10:25 बजे स्थली य जांच की गयी।जांच के दौरान उक्त मदरसे के प्रबंधक मोहम्मद इकरार द्वारा दिए गए बयान एवं अभिलेखीय परीक्षण में यह तथ्य प्रकाश में आया कि मदरसा जामिया उम्मुल खैर अहसनुल बनात को मान्यता नहीं मिली है।प्रबंधक द्वारा बयान दिया गया कि मदरसा इसी सत्र से शुरू हुआ है और मदरसे में कुल पंजीकृत 103 छात्राओं में 42 छात्राएं आवासित हैं,जो मदरसे में दीनी तालीम एवं एदादिया ऊला व राबिया स्तर पर शिक्षा ग्रहण कर रही हैं।उक्त मदरसे में मदरसा बोर्ड/शिक्षा विभाग द्वारा निर्धारित पाठ्यक्रम एनसीईआरटी आदि की पुस्तकें उपलब्ध ही नहीं मिलीं।ऐसे में माना गया कि मदरसे में सिर्फ दीनी तालीम ही दी जा रही है। उक्त मदरसा गैर मान्यता प्राप्त है।इस परिस्थिति में प्रबंधक को निर्देशित किया गया कि मदरसा जामि या उम्मुल खैर अहसनुल बनात को तत्काल बंद करते हुए मदरसे में नामांकित सभी छात्राओं को औपचारिक शिक्षा प्राप्त करने के लिए तत्काल प्रभाव से बेसिक शिक्षा परिषद द्वारा संचालित वि द्यालयों एवं मान्यता प्राप्त स्कूलों में प्रवेश दिला ते हुए अपनी आख्या जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी कार्यालय को तत्काल उपलब्ध कराएं।समाजवादी पार्टी के जिलाध्यक्ष की शिकायत के बाद तमाम ग़रीब परिवारों की लड़कियां दीनी ता लीम से वंचित कर दी गयी हैं जिसको लेकर सो शल मीडिया के साथ ही पूरे जिले में तरह-तरह की चर्चाएं और कमेंट किए जा रहे हैं।

Breaking News:

Recent News: