कैनविज टाइम्स, धर्म डेस्क । आज, 23 अप्रैल 2025, बुधवार है और यह दिन विशेष रूप से गणेश पूजा के लिए उपयुक्त है, क्योंकि आज दशमी तिथि है। हिंदू पंचांग के अनुसार, दशमी तिथि का महत्व अत्यधिक होता है, और इस दिन गणपति बप्पा की पूजा से विशेष लाभ प्राप्त होता है।
पंचांग विवरण:
• तिथि: दशमी (04:43 अपराह्न तक), तत्पश्चात एकादशी।
• वार: बुधवार।
• नक्षत्र: धनिष्ठा (12:07 अपराह्न तक), तत्पश्चात शतभिषा।
• योग: शुक्ल (06:51 अपराह्न तक), तत्पश्चात ब्रह्म।
• राहुकाल: अपराह्न 12:20 से 01:58 तक। इस अवधि में कोई भी शुभ कार्य न करें।
• चंद्रमा: कुम्भ राशि में संचार कर रहे हैं।
गणेश पूजा विधि:
गणेश पूजा के लिए विशेष मुहूर्त की आवश्यकता नहीं होती, लेकिन यदि आप विशेष रूप से दशमी तिथि पर पूजा करना चाहते हैं, तो निम्नलिखित विधि अपनाएं:
1. स्नान और शुद्धता: प्रातःकाल जल्दी उठकर स्नान करें और स्वच्छ वस्त्र पहनें।
2. स्थापना: एक चौकी पर लाल कपड़ा बिछाकर भगवान गणेश की प्रतिमा स्थापित करें।
3. पूजा सामग्री: धूप, दीप, सिंदूर, पुष्प, दूर्वा और मोदक या लड्डू अर्पित करें।
4. मंत्र जाप: “ॐ गण गणपतये नमः” मंत्र का जाप करें।
5. आरती: पूजा के बाद गणेश आरती का गायन करें।
विशेष ध्यान रखने योग्य बातें:
• राहुकाल: अपराह्न 12:20 से 01:58 तक कोई भी शुभ कार्य न करें।
• शुभ समय: शुक्ल योग (06:51 अपराह्न तक) में पूजा करना विशेष लाभकारी होता है।
गणेश पूजा से मानसिक शांति, समृद्धि और विघ्नों से मुक्ति मिलती है। इस दिन विशेष रूप से गणपति बप्पा की पूजा करने से सभी बाधाएं दूर होती हैं और उनकी कृपा प्राप्त होती है।