कैनविज टाइम्स, डिजिटल डेस्क ।
साउथ अफ्रीका के खिलाफ हाल ही में खत्म हुई दो मैचों की घरेलू टेस्ट सीरीज में 0-2 से मिली करारी हार के बाद टीम इंडिया पर सवाल उठने लगे हैं। इसी बीच भारतीय टीम के पूर्व कप्तान और महान ऑलराउंडर कपिल देव ने खिलाड़ियों की तैयारी और घरेलू क्रिकेट से दूरी पर कड़ी नाराजगी जताई है। उन्होंने स्पष्ट तौर पर कहा कि जब तक खिलाड़ी अलग-अलग पिचों पर घरेलू क्रिकेट नहीं खेलेंगे, तब तक टीम इंडिया इसी तरह मुश्किलों का सामना करती रहेगी। कपिल देव ने कहा कि आज के खिलाड़ी घरेलू मैचों से बचते हैं और सीधे अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रदर्शन की उम्मीद करते हैं, जबकि पुरानी पीढ़ी के खिलाड़ियों ने अपनी तकनीक, मानसिक मजबूती और मैच अवेयरनेस घरेलू क्रिकेट से ही विकसित की थी। उन्होंने कहा कि रणजी ट्रॉफी जैसी टूर्नामेंट खिलाड़ियों को हर तरह की पिच पर खेलने और चुनौती से पार पाने का असली अनुभव देती है। पूर्व कप्तान ने ईडन गार्डन्स की पिच पर भी सवाल उठाते हुए कहा कि घरेलू पिचों पर बल्लेबाजों और गेंदबाजों दोनों को बराबर चुनौती मिलनी चाहिए। उनकी राय में हालिया मैच में पिच ने न तो तेज गेंदबाजों की मदद की और न ही स्पिनरों को कोई खास फायदा मिला, जिससे टेस्ट मैच की गुणवत्ता प्रभावित हुई।
इसी बीच रोहित शर्मा भी सुर्खियों में हैं। आगामी ODI सीरीज में रोहित के पास 98 रन और सिर्फ 8 छक्के लगाते ही दो बड़े मील के पत्थर अपने नाम करने का मौका होगा। वे अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में एक और खास सूची में शामिल हो सकते हैं, जिस पर पूरी दुनिया की निगाहें होंगी। कपिल देव ने अपने बयान में यह भी कहा कि भारतीय क्रिकेट को मजबूत करने के लिए बोर्ड को खिलाड़ियों को घरेलू क्रिकेट खेलने के लिए बाध्य करना चाहिए। उन्होंने कहा कि “अगर खिलाड़ी घरेलू क्रिकेट को नजरअंदाज करेंगे, तो अंतरराष्ट्रीय स्तर पर ऐसी हारें मिलती रहेंगी।” साउथ अफ्रीका के खिलाफ मिली यह हार पिछले 12 महीनों में टीम इंडिया की दूसरी घरेलू टेस्ट सीरीज हार है, जिसने कई सवाल खड़े कर दिए हैं। अब देखना होगा कि टीम इंडिया इस आलोचना के बाद अपनी तैयारी और रणनीति में क्या बदलाव करती है।
