कैनविज टाइम्स, धर्म डेस्क। आज, शुक्रवार, 11 अप्रैल 2025 को वैभव लक्ष्मी व्रत मनाया जा रहा है। यह व्रत विशेष रूप से धन, वैभव और ऐश्वर्य की देवी मां लक्ष्मी की कृपा प्राप्त करने के लिए किया जाता है। माना जाता है कि इस व्रत से सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं और घर में सुख-समृद्धि का वास होता है।  
आज का पंचांग:
• तिथि: चतुर्दशी, जो 12 अप्रैल को सुबह 03:21 बजे तक रहेगी।
• वार: शुक्रवार 
• नक्षत्र: उत्तराफाल्गुनी, जो दोपहर 03:10 बजे तक रहेगा, इसके बाद हस्त नक्षत्र होगा।
• योग: ध्रुव, जो शाम 07:46 बजे तक रहेगा, इसके बाद व्याघात योग होगा।
• राहुकाल: सुबह 10:47 बजे से दोपहर 12:22 बजे तक। इस अवधि में शुभ कार्यों से बचना चाहिए।
वैभव लक्ष्मी व्रत पूजा विधि:
1. स्नान और व्रत संकल्प: सुबह जल्दी उठकर स्नान करें और स्वच्छ वस्त्र पहनें। फिर व्रत का संकल्प लें। 
2. मंदिर या घर में पूजा स्थान तैयार करें: पूजा के लिए स्वच्छ स्थान पर लाल या सफेद रंग का कपड़ा बिछाएं। उस पर मां लक्ष्मी की प्रतिमा या चित्र स्थापित करें।
3. कलश स्थापना: एक प्लेट में मुट्ठी भर चावल रखें, उसके ऊपर जल से भरा तांबे का कलश रखें, और कलश पर सोने या चांदी का आभूषण रखें।
4. पूजा सामग्री: मां लक्ष्मी को लाल चंदन, लाल पुष्प, गंधक, चावल की खीर आदि अर्पित करें।
5. मंत्र जाप: पूजा के दौरान निम्न मंत्र का जाप करें: 
“ॐ श्रीं लक्ष्म्यै नमः”
6. व्रत कथा सुनें: पूजा के बाद वैभव लक्ष्मी व्रत कथा का श्रवण करें।
7. भोग अर्पण: मां लक्ष्मी को खीर या मिठाई का भोग अर्पित करें और प्रसाद के रूप में ग्रहण करें।
महत्वपूर्ण सुझाव:
• पूजा का समय सूर्यास्त से पहले का होना शुभ माना जाता है। अतः सूर्यास्त से कम से कम एक घंटा पहले पूजा शुरू करें।
• व्रत के दौरान फलाहार या जलाहार करें। पूजा के बाद अन्न ग्रहण करें।
• यदि संभव हो तो 11 या 21 शुक्रवार तक इस व्रत को निरंतर रखें और फिर उद्यापन करें।
इन विधियों और सुझावों का पालन करके आप वैभव लक्ष्मी व्रत का पूर्ण लाभ उठा सकते हैं और अपने जीवन में सुख-समृद्धि और धन की प्राप्ति सुनिश्चित कर सकते हैं।