कैनविज टाइम्स,डिजिटल डेस्क।
दिल्ली चुनावों में भाजपा ने अपने रणनीतिक कदमों से आम आदमी पार्टी (AAP) और कांग्रेस के बीच टेंशन बढ़ा दी है। एक रिपोर्ट के अनुसार, भाजपा ने मुस्लिम इलाकों में अपनी सियासी पकड़ बनाने के लिए कई उपाय अपनाए हैं, जिससे AAP और कांग्रेस को एक नई चुनौती का सामना करना पड़ रहा है। इन इलाकों में वोटबैंक के मुद्दे पर दोनों पार्टियां आमने-सामने हैं, और भाजपा ने इन विवादों का फायदा उठाने की कोशिश की है। इससे दोनों पार्टियों की चुनावी रणनीति प्रभावित हो रही है, क्योंकि मुस्लिम समुदाय के वोटों के लिए प्रतिस्पर्धा और आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी है।
चर्चा है कि भाजपा ने बड़ी संख्या में इन दोनों समूहों के मतदाताओं पर गहरा असर किया है, यही वजह है कि इस वर्ग का मतदान भाजपा के पक्ष में पड़ा है। माना जाता है कि दिल्ली के करीब 1.56 करोड़ मतदाताओं में से 80 लाख इसी समूह से संबंध रखते हैं।
एक्सिस माय इंडिया के एक्जिट पोल के दावे भी इसे पुष्ट करते हैं। एक्जिट पोल के अनुसार दिल्ली में 17 प्रतिशत ऐसे मतदाता हैं, जो कि झुग्गी-झोपड़ी में रहते हैं। इसमें से 46 प्रतिशत ने भाजपा के पक्ष में मतदान किया है। जबकि आप के पक्ष में 45 प्रतिशत है। ऐसा माना जाता है कि झुग्गी-झोपड़ी में भाजपा को मतदान प्रतिशत 20-25 ही रहता है।