कैनविज टाइम्स,धर्म डेस्क।सोम प्रदोष व्रत का विशेष दिन है, जो इस बार सोमवार को पड़ रहा है। इस दिन भगवान शिव की पूजा का महत्व अत्यधिक बढ़ जाता है। साथ ही, इस दिन कई शुभ योग भी बन रहे हैं, जो विशेष रूप से लाभकारी माने जाते हैं।
पंचांग के अनुसार विशेष विवरण:
1. तिथि: त्रयोदशी (कृष्ण पक्ष)
2. वार: सोमवार
3. योग: इस दिन कुछ अद्भुत योग बन रहे हैं, जिनमें विशेष रूप से भद्रावास का योग प्रमुख है।
4. नक्षत्र: पूर्वा फाल्गुनी
5. शुभ मुहूर्त: प्रदोष व्रत पूजा के लिए शाम 5:40 से 8:00 बजे तक उपयुक्त समय है।
भद्रावास योग:
इस दिन भद्रावास योग बन रहा है, जो किसी भी प्रकार के शुद्धिकरण, पूजा और तंत्र-मंत्र के लिए विशेष रूप से उपयुक्त माना जाता है। इस योग में किए गए कार्य जल्दी सिद्ध होते हैं और नकारात्मक ऊर्जा दूर होती है।
व्रत और पूजा का महत्व:
सोम प्रदोष व्रत पर भगवान शिव की पूजा विशेष रूप से महत्वपूर्ण होती है, क्योंकि इस दिन भगवान शिव की आराधना से जीवन में सुख, समृद्धि और शांति आती है। साथ ही, शिव मृत्युंजय मंत्र का जाप इस दिन विशेष रूप से फलदायक होता है।
इसके अतिरिक्त, इस दिन विशेष ध्यान और साधना से जीवन के सभी दुख समाप्त हो सकते हैं और मानसिक शांति मिल सकती है।
शुभ कार्य के लिए उपयुक्त समय:
• प्रदोष व्रत पूजा समय: शाम 5:40 से 8:00 बजे तक
• अत्यंत शुभ मुहूर्त: 6:20 से 7:40 बजे