कैनविज टाइम्स,धर्म डेस्क। चैत्र नवरात्र का तीसरा दिन माता चंद्रघंटा की पूजा का दिन होता है। इस दिन भक्त मां चंद्रघंटा की पूजा करके सुख-शांति और समृद्धि की प्राप्ति की कामना करते हैं।
पूजा विधि:
1. स्नान और शुद्धता: पूजा करने से पहले, स्वच्छ होकर स्नान करें। अच्छे कपड़े पहनें और एक साफ स्थान पर पूजा के लिए आसन बिछाएं।
2. व्रत का संकल्प लें: अगर आप व्रत रखते हैं, तो संकल्प लें कि आप पूरे दिन संयमित रहेंगे और केवल सात्विक आहार का सेवन करेंगे।
3. मां चंद्रघंटा की पूजा: सबसे पहले देवी चंद्रघंटा का ध्यान करें। उनका चित्र या मूर्ति सामने रखें और उनके समक्ष दीपक जलाएं।
4. मां के मंत्रों का जाप:
• “ॐ देवी चंद्रघंटायै नमः”
• इस मंत्र का जाप 108 बार करें, ताकि मां की कृपा प्राप्त हो सके।
5. हवन या आहुति: अगर संभव हो, तो हवन करें। यदि हवन नहीं कर पा रहे हैं, तो ताजे फूलों और फल से पूजा अर्पित करें।
भोग:
मां चंद्रघंटा को मीठा भोग चढ़ाना अत्यंत प्रिय होता है। आप उन्हें कुल्फी, पंखुरी, गुड़-खोया लड्डू और शक्कर-पुआ अर्पित कर सकते हैं।
साथ ही, इस दिन विशेष रूप से सप्तधान्य (मिश्रित अनाज) का भोग अर्पित करने की परंपरा है। आप इसे देवी के समक्ष अर्पित करें और फिर भक्तों में वितरण करें। इस दिन की पूजा से समृद्धि, सुख और संतुलन की प्राप्ति होती है।