Search News

दिल्ली विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने बिगाड़ा आम आदमी पार्टी का खेल

दिल्ली
  • By Kanhwizz Times
  • Reported By: Kanwhizz Times
  • Updated: February 8, 2025

कैनविज टाइम्स,डिजिटल डेस्क । कहा जाता है कि जिसको जल्दी सफलता मिलती है, वह उस सफलता को यथावत नहीं रख सकता। संघर्षों से मिली सफलता अपने साथ स्थायित्व और अनुभव दोनों लेकर आती है। अरविंद केजरीवाल की आम आदमी पार्टी को ऐसी ही सफलता मिली, जिसे संभालने का राजनीतिक अनुभव उनके पास नहीं था। लोक लुभावन वादे एक निश्चित अवधि के बाद अपना असर खो देते हैं, वह लम्बे समय तक सफलता का आधार नहीं बन सकते। दिल्ली विधानसभा चुनाव में लगभग यही दिखाई दिया। केजरीवाल को बिना लम्बे परिश्रम के सत्ता मिल गई, जिसे वे स्थायित्व नहीं दे सके। वे खुद भी चुनाव हार गए और पार्टी में दूसरे नंबर के नेता मनीष सिसोदिया को भी पराजय का सामना करना पड़ा।

दिल्ली विधानसभा चुनाव की तस्वीर लगभग साफ हो चुकी है। इसमें अब तक अपने आपको अपराजेय मान रही आम आदमी पार्टी को बहुत बड़ी निराशा हाथ लगी है। भारतीय जनता पार्टी के लिए स्पष्ट बहुमत के साथ सरकार बनाने का रास्ता तैयार हो गया है। चुनाव परिणाम के बारे में अध्ययन किया जाए तो इसका संकेत मिलता है कि आम आदमी पार्टी का सबसे ज्यादा नुकसान कांग्रेस ने किया। इससे विपक्ष का वोट विभाजित हो गया। इसका आशय यह भी है कि पिछले चुनाव में आम आदमी पार्टी को जो आशातीत समर्थन मिला, वह समर्थन केवल आम आदमी पार्टी और उसके नेताओं के प्रति पूरा समर्थन नहीं था। कहा जाता है कि पिछले चुनाव में अगर कांग्रेस का अंदरूनी समर्थन नहीं होता तो आम आदमी पार्टी राजनीतिक आकाश में चमक नहीं बिखेर पाती। जहां तक पंजाब में आम आदमी पार्टी के सरकार बनाने की बात है तो यह देखा गया कि वहां चुनाव के समय दिल्ली की योजनाओं को प्रचारित किया गया, जिसका राजनीतिक लाभ पार्टी को मिला।

Breaking News:

Recent News: