कैनविज टाइम्स, डिजिटल डेस्क ।
नेपाल में जारी जेन-जी आंदोलन और राजनीतिक अस्थिरता के बीच अंतरिम सरकार के गठन पर सर्वपक्षीय सहमति बन गई है। देश के राष्ट्रपति रामचंद्र पौडेल, सेना प्रमुख अशोक राज सिग्देल और वरिष्ठ कानूनविदों के साथ लंबी चर्चाओं के बाद पूर्व प्रधान न्यायाधीश सुशीला कार्की को अंतरिम प्रधानमंत्री के तौर पर नामित किया गया। हालांकि संसद विघटन को लेकर गतिरोध अभी भी बरकरार है, लेकिन अंतरिम सरकार के नेतृत्व पर बनी सहमति को संकट से उबरने की दिशा में बड़ा कदम माना जा रहा है। गुरुवार को जेन-जी समूहों में अंतरिम नेतृत्व को लेकर गंभीर मतभेद थे, और राजधानी में दो गुट आमने-सामने आ गए थे। स्थिति तनावपूर्ण होने पर राष्ट्रपति ने तत्काल पहल की और सभी पक्षों से संवाद कर स्थिति को नियंत्रण में लाया। इस घटनाक्रम के बीच सुरक्षा व्यवस्था को भी मजबूत किया गया। अफवाहों और पूर्व राजा की वापसी की अटकलों के बीच सेना ने बख्तरबंद गाड़ियाँ, नाइट-विजन हेलीकॉप्टर और अतिरिक्त बल तैनात कर राजधानी में चौकसी बढ़ा दी है। नेपाल अब एक संक्रमणकालीन दौर में प्रवेश कर चुका है, जिसमें संविधान के तहत लोकतांत्रिक मूल्यों की रक्षा करते हुए आगे बढ़ने की चुनौती सामने है।