कैनविज टाइम्स, डिजिटल डेस्क। प्रधानमंत्री मुद्रा योजना (PMMY) के 10 साल पूरे होने पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को चयनित लाभार्थियों से संवाद किया और उनके अनुभवों के बारे में जाना। इस योजना ने उत्तर प्रदेश में क्रांतिकारी बदलाव लाने का कार्य किया है, जहां राज्य सरकार ने इसे सफलतापूर्वक लागू किया और लाखों उद्यमियों की जिंदगी में सुधार किया। वित्तीय वर्ष 2024-25 में, 21 मार्च तक उत्तर प्रदेश में 46.92 लाख लाभार्थियों को कुल 49,501 करोड़ रुपये का ऋण दिया गया। इसमें बैंकों द्वारा 30.76 लाख लाभार्थियों को 37,875 करोड़ रुपये और गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनियों (एनबीएफसी) द्वारा 16.16 लाख लाभार्थियों को 11,626 करोड़ रुपये का ऋण प्रदान किया गया।
8 अप्रैल 2015 को शुरू हुई इस योजना ने छोटे व्यापारियों, स्टार्टअप्स और स्वरोजगार करने वालों के लिए एक नई राह बनाई। योगी सरकार की पहल से यह योजना राज्य में प्रभावी रूप से लागू हुई और लाखों लोगों की जिंदगी में सकारात्मक बदलाव आया। मुद्रा योजना के लाभार्थियों में मुख्य रूप से छोटे उद्योगों, कृषि आधारित व्यवसायों, हस्तशिल्प, खाद्य प्रसंस्करण, खुदरा व्यापार और सेवा क्षेत्र से जुड़े लोग शामिल हैं। महिला उद्यमिता को बढ़ावा देने के साथ-साथ अनुसूचित जाति, जनजाति, पिछड़े वर्ग और दिव्यांगजनों को भी प्राथमिकता दी गई।
केंद्र सरकार ने अक्टूबर 2024 में मुद्रा योजना की ऋण सीमा को 10 लाख रुपये से बढ़ाकर 20 लाख रुपये कर दिया। इससे छोटे उद्यमियों को अपने व्यवसाय को बढ़ाने का एक बड़ा अवसर मिला। साथ ही, ऋण प्राप्त करने वाले लाभार्थियों को डिजिटल टूल्स जैसे क्यूआर कोड, पॉस (POS) मशीन और यूपीआई पेमेंट अपनाने के लिए प्रेरित किया गया, जिससे ई-कॉमर्स, ऑनलाइन व्यापार और डिजिटल बैंकिंग सेवाओं को बढ़ावा मिला।
मुद्रा योजना ने न सिर्फ युवाओं को स्वरोजगार के लिए प्रेरित किया, बल्कि शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में आर्थिक विकास को भी गति दी है। पिछले 10 वर्षों में इस योजना ने बेरोजगारी में कमी, महिला सशक्तिकरण और ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूत करने में अहम भूमिका निभाई है।
राज्य सरकार की निगरानी और समीक्षा की वजह से यह योजना सभी पात्र व्यक्तियों तक पहुंची है। बैंकिंग संस्थानों के सहयोग और राज्य सरकार की प्रतिबद्धता से यह योजना आर्थिक सशक्तिकरण का मजबूत माध्यम बन चुकी है। योगी सरकार के प्रयासों, बैंकिंग तंत्र के सहयोग और उद्यमियों की मेहनत से यह योजना न केवल प्रदेश में सफल हुई है, बल्कि लाखों लोगों के जीवन में आत्मनिर्भरता की ज्योति भी जला रही है।