कैनविज टाइम्स,डिजिटल डेस्क।नई दिल्ली: कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने भाजपा नेताओं पर तीखा हमला करते हुए उन्हें ‘नरकवासी’ करार दिया और कहा कि उन्होंने स्वतंत्रता संग्राम के लिए कोई योगदान नहीं किया। खरगे ने यह बयान एक सार्वजनिक सभा के दौरान दिया, जहां उन्होंने भाजपा और उसके नेताओं की न केवल स्वतंत्रता संग्राम में भागीदारी पर सवाल उठाए, बल्कि भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के योगदानकर्ताओं के प्रति भाजपा के आचरण को भी आलोचना की।
खरगे का बयान:
मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा, “भा.ज.पा. के नेता और उनके समर्थक स्वतंत्रता संग्राम में कभी शामिल नहीं हुए। उन्होंने न तो स्वतंत्रता संग्राम में भाग लिया और न ही इसका कोई योगदान दिया। वे सिर्फ सत्ता की राजनीति करते हैं और स्वतंत्रता संग्राम के असली नायकों के प्रति अपनी नफरत को बढ़ावा दे रहे हैं।” उन्होंने भाजपा के नेताओं को ‘नरकवासी’ तक करार दिया, यह कहते हुए कि उनकी विचारधारा और कार्य स्वतंत्रता संग्राम के महान उद्देश्य से बिलकुल विपरीत हैं।
स्वतंत्रता संग्राम के योगदान पर सवाल:
खरगे ने आगे कहा, “जिन्होंने भारत की स्वतंत्रता के लिए अपना सब कुछ न्योछावर किया, उन पर यह लोग उंगली उठाते हैं। यह न केवल शर्मनाक है, बल्कि इनका यह आचरण राष्ट्र के इतिहास के प्रति अनादर भी है।” उन्होंने विशेष रूप से महात्मा गांधी, नेहरू, सुभाष चंद्र बोस, और सरदार पटेल जैसे स्वतंत्रता सेनानियों की ओर इशारा किया और कहा कि भाजपा को इन नेताओं के योगदान को स्वीकार करना चाहिए।
भा.ज.पा. का पलटवार:
मल्लिकार्जुन खरगे के इस बयान पर भाजपा ने तीखा पलटवार किया। भाजपा नेताओं ने इसे कांग्रेस की राजनीति का हिस्सा बताया और कहा कि यह केवल सांप्रदायिक ध्रुवीकरण की राजनीति करने की कोशिश है। भाजपा नेताओं का कहना है कि कांग्रेस ने हमेशा स्वतंत्रता संग्राम के नायकों की योगदान को छिपाया है, जबकि भाजपा ने उन नायकों का सम्मान किया है जो भारत के स्वतंत्रता संग्राम में सक्रिय रहे।
स्वतंत्रता संग्राम और भाजपा का दृष्टिकोण:
भा.ज.पा. के कई नेताओं ने यह भी दावा किया कि वे गांधीजी के विचारों का सम्मान करते हैं और उनका अनुसरण करते हैं, जबकि पार्टी ने देश की स्वतंत्रता संग्राम के दौरान योगदान देने वाले सभी नेताओं का सम्मान किया है। भाजपा का यह भी कहना है कि उनकी सरकार ने भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के नायकों के योगदान को सामने लाने के लिए कई कदम उठाए हैं, जैसे कि नरेन्द्र मोदी सरकार द्वारा नेशनल वॉर मेमोरियल का निर्माण और स्वतंत्रता संग्रामियों की जयंती पर आयोजन।