कैनवीज़ टाइम्स , डिजिटल डेस्क ।
भारतीय सेना ने ऑपरेशन सिंदूर के तहत आतंकवाद के खिलाफ बड़ी कार्रवाई करते हुए पाकिस्तान में स्थित 9 आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया है, जिसमें 100 से अधिक आतंकियों का सफाया किया गया है। इस बड़े अभियान की जानकारी रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने बुधवार को सर्वदलीय बैठक में दी। रक्षा मंत्री ने बताया कि ऑपरेशन सिंदूर को भारतीय वायुसेना और जमीनी बलों के संयुक्त प्रयास से अंजाम दिया गया, जिसमें दुश्मन के आतंकी ठिकानों को सटीक निशाने पर लिया गया। इस ऑपरेशन में कुल 9 स्थानों पर हवाई हमले किए गए, जिनमें बड़ी संख्या में आतंकियों के मारे जाने की पुष्टि हुई है।
ऑपरेशन सिंदूर की शुरुआत उस समय हुई जब जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में आतंकियों ने सुरक्षाबलों पर हमला किया था। इस हमले के बाद भारतीय सुरक्षा एजेंसियों ने खुफिया सूचनाओं के आधार पर पाकिस्तान में आतंकी ठिकानों की पहचान की और उन पर कार्रवाई की योजना बनाई। बुधवार को नई दिल्ली में आयोजित सर्वदलीय बैठक में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने सभी दलों को ऑपरेशन सिंदूर की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि यह अभियान भारतीय सुरक्षा बलों की दृढ़ता और साहस का प्रमाण है। सर्वदलीय बैठक में मौजूद सभी राजनीतिक दलों ने सेना की इस कार्रवाई की सराहना की।
सर्वदलीय बैठक के बाद केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू ने मीडिया को जानकारी देते हुए कहा कि सभी राजनीतिक नेताओं ने सशस्त्र बलों की इस साहसिक कार्रवाई के लिए उन्हें बधाई दी है। उन्होंने कहा, “भारत आतंकवाद के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति पर कायम है, और ऑपरेशन सिंदूर इसी का उदाहरण है।" विशेषज्ञों का मानना है कि ऑपरेशन सिंदूर भारत की स्पष्ट नीति को दर्शाता है कि आतंकवाद का समर्थन करने वाले किसी भी देश को माकूल जवाब दिया जाएगा। सुरक्षा विशेषज्ञों का कहना है कि यह ऑपरेशन आतंकवादियों के लिए कड़ा संदेश है कि भारतीय सेना उनके सुरक्षित ठिकानों को भी निशाना बना सकती है।
ऑपरेशन सिंदूर के तहत की गई यह कार्रवाई भारतीय सुरक्षा बलों की उच्चतम क्षमता और उनके आधुनिक हथियारों का प्रमाण है। यह ऑपरेशन भारतीय वायुसेना और थलसेना के संयुक्त प्रयास से अंजाम दिया गया, जिसमें सभी लक्ष्यों को सटीकता से निशाना बनाया गया। भारत ने एक बार फिर यह स्पष्ट कर दिया है कि वह आतंकवाद और उसके संरक्षकों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई से पीछे नहीं हटेगा। ऑपरेशन सिंदूर इस बात का प्रमाण है कि भारतीय सेना अपनी संप्रभुता और नागरिकों की सुरक्षा के लिए हर संभव कदम उठाएगी।