हाट शाखा, समिति मे किसानो की धान तौल कराने के लगवा रहे चक्कर
मिलरो ब्यापारियों की बल्ले बल्ले
कमीशन की भेट चढ़ा विपरण विभाग
राहुल सिंह
कोरांव प्रयागराज कोरांव तहसील क्षेत्र मे चाहे व हाट शाखा हो या समिति किसानो की सीधे धान ले जाने पर आनाकानी कुछ न कुछ बहाना बताकर वापस लौटा देते है कई किसानो ने नाम न छापने की शर्त पर बताया की 2000 हजार रूपये कुंतल नीजी ब्यापारी लेते है वही ब्यापारी मिलरो के माध्यम सें शाम पाँच बजे के बाद हाट शाखा या समिति जो भी रहता है वहाँ पर किसान को सीधे ले जाकर अंगूठा लगवा देते है और पैसा अगले दिन खाता मे आ जाता है फिर किसान 200 सौ रुपये प्रति कुंतल के हिसाब कमीशन ब्यापारी या मिलर जो भी माध्यम रहता है उसे नगद देते है फिर वही पैसा विपरण विभाग को मिलरो के माध्यम सें जाता है उसी पैसे सें निचे सें लेकर ऊपर तक सेटिंग किए हुये जिससे कोई शिकायत करता है तो कोई सुनवाई नहीँ होता किसान की धान ब्यापारी सीधे खरीदकर मिलर के यहां पंहुचा देते है क्रय केंद्र पर खाना पूर्ति व कानूनी प्रक्रिया पूरी करने के लिए जिस वाहन को क्रय केंद्र सें मिलरो के पास धान ले जाने के लिए लगाया गया है जीपीएस लगा खाली गाड़ी क्रय केंद्र पर आता है और खाली गाडी वापस जाता है जिससे यह रहे की धान क्रय केंद्र सें मिलरो के यहां जाता है जबकि सच्चाई यह है की किसानो की धान ब्यापारी कम दामों मे खरीदकर सीधे मिलर को दे दे रहे है किसान को क्रय केंद्र पर बुलाकर अंगूठा लगवा देते है वही जब किसान अपनी धान तौल कराने के लिए क्रय केंद्र पर जा रहा है तो तमाम नियम क़ानून बताते है और धान गिला है तमाम बहाना बताकर तौल नहीँ कराते जबकि वही किसान की धान ब्यापारी खरीदकर सीधे मिलर को दे रहा उसके लिए कोई जांच पड़ताल नहीँ हो रहा जब किसान सीधे ले रहा है तो तौल नहीँ किया जा रहा किसान को इस तरह सें जान बूझकर परेशान कर रहे है जिससे किसान अपनी धान मिलरो या नीजी ब्यापारी को दे जिससे विपरण विभाग को 200 सौ प्रति कुंतल कमीशन मिलरो के माध्यम सें विपरण को मिले इतना ही नहीँ जितना अंगूठा लगवाया जाता है केंद्र पर उतना धान मौके पर नहीँ रहता सरकार चाहे लाख उपाय पारदर्शिता की कर ले लेकीन उनके ही मातहत अधिकारी व कर्मचारी भ्रष्टाचार को बढ़ावा दे रहे है जिससे किसानो के बिच स्वछ सरकार की छबि धूमिल हो रहा है साथ ही किसानो के पास सरकार के तरफ सें सीधे फोन आता है की धान आपकी तौल क्रय केंद्र पर हो गया किसान को पहले सें ब्यापारी मिलर समझा देते है फीडबैक मे सब अच्छा ही कहना है नहीँ तो हम लोगो पर कार्रवाही होंगी किसान मजबूरी दबाव मे झूठ बोलने को लाचार है इस खेल मे निचे सें लेकर ऊपर तक का काफी बड़ा हाथ है जिससे कोई सुनवाई नहीँ हो रही वही दूसरी तरफ समाजसेवी प्रमोद मिश्रा पयासी का भी आरोप है विपरण विभाग द्वारा धान क्रय मे भारी घपला किया जा रहा यदि किसानो की सीधे धान तौल जल्दी नहीँ शुरू किया गया तो आंदोलन के लिए बाध्य होंगे इस मामले मे जानकारी के लिए अपर जिलाधिकारी बित्त एवं राजश्व, उपजिलाधिकारी कोरांव का फोन रिसीव नहीँ हुआ संभागीय खाद्य विपरण अधिकारी द्वारा फोन रिसीव किया गया लेकीन उन्होंने बताया की ऑनलाइन मीटिंग चल रहा इतना कहकर फोन काट दिया गया
इस तरह का मामला मेरे संज्ञान अभी तक नहीँ आया है यदि ऐसी शिकायत है तो शिकायत मिलने व अपने स्तर सें जांच कार्रवाही कराऊंगा यदि कोई दोषी पाया जाता है कार्रवाही जरूर किया जायेगा
अविनाश चंद्र सागरवाल
जिला खाद्य विपरण अधिकारी प्रयागराज