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1 जुलाई से बदले रेलवे के कई नियम, तत्काल टिकट पर सख्ती और किराया भी हुआ महंगा

1 जुलाई 2025 से भारतीय रेलवे के कई नियमों में बदलाव हुए हैं। तत्काल टिकट बुकिंग के लिए पहचान अनिवार्य हुई, रिजर्वेशन चार्ट अब 8 घंटे पहले बनेगा और किराए में मामूली बढ़ोतरी की गई है। नया पीआरएस सिस्टम दिसंबर 2025 तक होगा लागू।
  • By Kanhwizz Times
  • Reported By: Kritika pandey
  • Updated: July 1, 2025

कैनविज टाइम्स, डिजिटल डेस्क । 

भारतीय रेलवे ने 1 जुलाई 2025 से ट्रेन यात्रा से जुड़े कई नियमों में बदलाव किए हैं। इन बदलावों का मकसद यात्रियों को बेहतर सुविधा देना और टिकट बुकिंग को पारदर्शी बनाना है। अब तत्काल टिकट केवल उन्हीं यूजर्स को मिलेगा जिनकी पहचान आधार या अन्य वैध सरकारी दस्तावेजों के ज़रिए डिजिलॉकर पर वेरिफाइड होगी। साथ ही, जुलाई के अंत तक ओटीपी आधारित वेरिफिकेशन भी शुरू किया जाएगा, जिससे टिकटों की कालाबाजारी पर रोक लगेगी। रेलवे ने रिजर्वेशन चार्ट बनने की प्रक्रिया में भी बदलाव किया है। अब चार्ट ट्रेन खुलने से 8 घंटे पहले तैयार होगा, जिससे वेटिंग लिस्ट वाले यात्रियों को वैकल्पिक योजना बनाने का अधिक समय मिलेगा। ट्रेन के किराए में मामूली बढ़ोतरी की गई है। मेल व एक्सप्रेस ट्रेनों में नॉन-एसी क्लास का किराया 1 पैसा प्रति किलोमीटर और एसी क्लास का 2 पैसा प्रति किलोमीटर बढ़ाया गया है। हालांकि, 500 किलोमीटर तक की यात्रा करने वाले यात्रियों के लिए सेकंड क्लास का किराया यथावत रहेगा। दिसंबर 2025 तक रेलवे का पैसेंजर रिजर्वेशन सिस्टम (PRS) भी पूरी तरह अपग्रेड हो जाएगा। नया सिस्टम एक साथ 1.5 लाख टिकट प्रति मिनट बुक कर सकेगा और 40 लाख तक की पूछताछ क्षमता रखेगा, जिससे बुकिंग अनुभव पहले से कई गुना तेज और बेहतर होगा। रेलवे अधिकारियों ने यात्रियों से इन बदलावों को सकारात्मक रूप से स्वीकार करने और सुविधा का लाभ उठाने की अपील की है।

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