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रूस-भारत की साझेदारी का प्रतीक INS तमाल, बना दुश्मनों के लिए चेतावनी

INS Tamal को रूस के कालिनिनग्राद में भारतीय नौसेना में कमीशन किया गया। ब्रह्मोस, एयर डिफेंस सिस्टम और स्वदेशी तकनीक से लैस यह युद्धपोत दुश्मनों के लिए समुद्र में बना खतरा।
  • By Kanhwizz Times
  • Reported By: Kritika pandey
  • Updated: July 1, 2025

कैनविज टाइम्स, डिजिटल डेस्क । 

भारतीय नौसेना के इतिहास में आज एक और गौरवशाली अध्याय जुड़ गया है। रूस के कालिनिनग्राद में बने शक्तिशाली स्टील्थ गाइडेड मिसाइल फ्रिगेट INS तमाल को भव्य समारोह में नौसेना में कमीशन किया गया। यह युद्धपोत भारत-रूस की रक्षा साझेदारी का प्रतीक है और समुद्री सीमा की सुरक्षा में निर्णायक भूमिका निभाएगा। INS तमाल 125 मीटर लंबा, 3900 टन वजनी और अत्याधुनिक हथियारों से लैस है। इसमें 26% से अधिक स्वदेशी सिस्टम हैं, जिनमें ब्रह्मोस सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल, श्टिल एयर डिफेंस सिस्टम, A-190 नेवल गन, CIWS और पनडुब्बी रोधी हथियार शामिल हैं। इसकी रफ्तार 30 नॉट्स से अधिक है और यह 450 किमी दूर तक लक्ष्य भेद सकता है। यह फ्रिगेट कामोव हेलिकॉप्टरों को संचालित करने में सक्षम है और उन्नत इलेक्ट्रॉनिक युद्ध प्रणाली, EO/IR सिस्टम और HUMSA NG MK-II सोनार से लैस है। INS तमाल का शुभंकर 'जाम्बवंत' और रूसी भूरे भालू से प्रेरित है, जिससे इसके क्रू खुद को 'द ग्रेट बियर्स' कहते हैं। 2016 के भारत-रूस रक्षा समझौते के तहत बनाए जा रहे चार फ्रिगेट्स में से यह अंतिम विदेशी निर्मित जहाज है। INS तमाल के शामिल होने से भारतीय नौसेना की ताकत और रणनीतिक पहुंच में बड़ा इज़ाफा हुआ है।

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