कैनविज टाइम्स, डिजिटल डेस्क ।
संयुक्त राष्ट्र महासभा (UNGA) में अफगानिस्तान की स्थिति पर एक प्रस्ताव पारित हुआ, जिसमें भारत ने हिस्सा नहीं लिया। भारत ने स्पष्ट किया कि बिना किसी नई पहल के "जैसे चल रहा है, वैसे चलने दो" की नीति अफगान जनता के लिए लाभकारी नहीं है। भारत ने अफगानिस्तान में मानवाधिकारों की रक्षा, अंतरराष्ट्रीय कानूनों के पालन और आतंकवाद के खिलाफ कड़े कदम उठाने की मांग की। भारत के स्थायी प्रतिनिधि पार्वथानेनी हरीश ने कहा कि अफगानिस्तान की स्थिति पर भारत की कड़ी नजर है और वैश्विक समुदाय को लश्कर-ए-तय्यबा, जैश-ए-मोहम्मद, अल-कायदा और ISIL जैसे आतंकी संगठनों के खिलाफ मिलकर कार्रवाई करनी चाहिए। इस प्रस्ताव को 116 देशों ने समर्थन दिया, अमेरिका और इजरायल ने विरोध किया जबकि भारत समेत 12 देशों ने वोटिंग से दूरी बनाई।