कैनविज टाइम्स,डिजिटल डेस्क।दिल्ली सरकार ने यमुना नदी की सफाई के लिए एक व्यापक मास्टर प्लान तैयार किया है, जिसका उद्देश्य नदी को स्वच्छ और सुंदर बनाना है। इस योजना के तहत, यमुना में गिरने वाले दूषित जल को रोकने और नदी के कायाकल्प पर विशेष ध्यान दिया जाएगा। इस परियोजना के लिए दिल्ली विकास प्राधिकरण (DDA) ने 405 करोड़ रुपये का बजट निर्धारित किया है।
मुख्य बिंदु:
• यमुना नदी के डूबे क्षेत्रों का कायाकल्प: यमुना के डूबे क्षेत्रों और उससे सटे मैदानों के सुधार और कायाकल्प के लिए विभिन्न परियोजनाओं को एकीकृत किया जाएगा। इस कार्य के लिए 405 करोड़ रुपये का बजट निर्धारित किया गया है।
• सीवेज उपचार क्षमता में वृद्धि: 2023-24 में सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट (STP) की क्षमता को 632 मिलियन गैलन प्रति दिन (MGD) से बढ़ाकर 890 MGD किया जाएगा, जिससे यमुना की सफाई में महत्वपूर्ण सहायता मिलेगी।
• पड़ोसी राज्यों से आने वाले प्रदूषण की रोकथाम: दिल्ली सरकार ने पड़ोसी राज्यों से यमुना में आने वाले दूषित पानी की सफाई अपने खर्च पर करने का निर्णय लिया है। इससे यमुना में गिरने वाले प्रदूषित जल की मात्रा कम होगी।
हालांकि, दिल्ली प्रदूषण नियंत्रण समिति (DPCC) की एक रिपोर्ट के अनुसार, दिल्ली सरकार दिसंबर 2023 तक सभी सीवेज के उपचार के लक्ष्य को पूरा नहीं कर पाई है। अब यह समय सीमा मार्च 2024 तक निर्धारित की गई है।