कैनविज टाइम्स, डिजिटल डेस्क ।
बालेश्वर के फकीर मोहन स्वायत्त कॉलेज की छात्रा सौम्यश्री बीसी की आत्मदाह के बाद मौत के मामले ने ओडिशा की राजनीति को गरमा दिया है। बुधवार को बीजू जनता दल (बीजद) ने भुवनेश्वर में जबरदस्त विरोध प्रदर्शन किया। पार्टी कार्यकर्ताओं ने लोक सेवा भवन की ओर मार्च निकाला और सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। बीजद कार्यकर्ताओं के उग्र होते प्रदर्शन को रोकने के लिए पुलिस को वाटर कैनन और आंसू गैस का इस्तेमाल करना पड़ा। बैरिकेड तोड़ने की कोशिश कर रहे प्रदर्शनकारियों और पुलिस के बीच धक्का-मुक्की हुई, जिसमें कुछ लोग घायल भी हुए। मौके पर भारी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया था और ड्रोन से निगरानी रखी जा रही थी। बीजद की मांग है कि सौम्यश्री के परिजनों को 2 करोड़ रुपये की आर्थिक सहायता दी जाए और घटना की न्यायिक जांच कराई जाए। पार्टी नेताओं का कहना है कि यह आत्महत्या नहीं बल्कि हत्या है। सौम्यश्री ने उत्पीड़न से परेशान होकर कॉलेज प्रशासन और अधिकारियों को पत्र लिखे थे, लेकिन किसी ने कोई कार्रवाई नहीं की। बीजद के अनुसार सौम्यश्री की मौत एक नहीं बल्कि तीन बार हुई, पहले उत्पीड़न से, फिर अनदेखी से और अंत में आग में जलकर। पार्टी ने मुख्यमंत्री और शिक्षा मंत्री से इस्तीफे की मांग की है। बीजद सुप्रीमो नवीन पटनायक ने भी इस घटना को "संस्थागत विश्वासघात" बताया और कहा कि यह न्याय का गला घोंटने जैसा है। बालेश्वर जिले में इस मुद्दे को लेकर 8 घंटे का बंद भी रहा। बीजद की छात्र इकाई ने कई जगहों पर टायर जलाकर, तख्तियां लेकर और "महिलाएं सुरक्षित नहीं" जैसे नारे लगाकर प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों ने इस दिन को भारत के इतिहास का "काला दिन" करार दिया। बीजद ने चेतावनी दी है कि अगर सरकार ने मांगें नहीं मानीं, तो राज्यभर में बड़ा आंदोलन छेड़ा जाएगा।