कैनविज टाइम्स,डिजिटल डेस्क। भारतीय राजनीति में बाबा साहेब डॉ. भीमराव आंबेडकर के प्रति अपमान का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। इस मुद्दे पर कांग्रेस पार्टी ने अपनी प्रतिक्रिया और संघर्ष का ऐलान किया है। कांग्रेस ने डॉ. आंबेडकर के सम्मान की रक्षा के लिए अब एक देशव्यापी आंदोलन का आह्वान किया है, जो आगामी दिनों में और तेज़ हो सकता है।
कांग्रेस ने आरोप लगाया कि कुछ शक्तियां जानबूझकर आंबेडकर जैसे महान समाज सुधारक और संविधान निर्माता के योगदान को नकारने की कोशिश कर रही हैं, जो भारतीय समाज के लिए बेहद महत्वपूर्ण हैं। पार्टी ने कहा कि देश के हर नागरिक को डॉ. आंबेडकर का सम्मान करना चाहिए, लेकिन कुछ लोगों की मानसिकता ऐसी है जो उन्हें नीचा दिखाने की कोशिश कर रहे हैं।
आंबेडकर के अपमान को लेकर कांग्रेस की सख्त प्रतिक्रिया:
कांग्रेस पार्टी ने डॉ. आंबेडकर के अपमान के खिलाफ सख्त बयान जारी करते हुए कहा कि यह सिर्फ एक व्यक्ति या नेता का अपमान नहीं है, बल्कि यह भारतीय समाज के संविधान और समाजिक न्याय के प्रतीक का अपमान है। पार्टी के नेताओं ने यह भी आरोप लगाया कि भारतीय जनता पार्टी (BJP) और उसके सहयोगी दल इस अपमान को बढ़ावा दे रहे हैं, जिसका कांग्रेस विरोध करेगी।
कांग्रेस के नेता इस मामले को पूरे देश में उठाने की योजना बना रहे हैं और इसे समाज के सभी वर्गों तक पहुंचाने की कोशिश कर रहे हैं। पार्टी ने यह भी स्पष्ट किया कि यदि सरकार इस मामले में तुरंत कार्रवाई नहीं करती है, तो वे जन आंदोलन की दिशा में और भी तेज़ कदम उठाएंगे।
देशव्यापी आंदोलन की रणनीति:
कांग्रेस ने आंबेडकर के अपमान पर विरोध जताते हुए अब आंदोलन की तैयारी शुरू कर दी है। पार्टी का कहना है कि यह आंदोलन केवल कांग्रेस का नहीं बल्कि देश के हर उस व्यक्ति का आंदोलन होगा, जो आंबेडकर के विचारों और उनके योगदान को महत्व देता है। कांग्रेस ने प्रदेशों में बड़े विरोध प्रदर्शन आयोजित करने की योजना बनाई है और पार्टी के कार्यकर्ता हर स्तर पर जन जागरूकता फैलाने का प्रयास करेंगे।
कांग्रेस नेता इस मुद्दे को सोशल मीडिया, सार्वजनिक सभाओं और रैलियों के माध्यम से और भी जोरशोर से उठाने का प्रयास कर रहे हैं। पार्टी का उद्देश्य डॉ. आंबेडकर के प्रति सम्मान को बढ़ावा देना और भारतीय समाज में उनके योगदान को सही रूप में प्रस्तुत करना है।
आंबेडकर के योगदान को नकारने की साजिश का आरोप:
कांग्रेस का कहना है कि कुछ राजनीतिक दल आंबेडकर के विचारों को नकारने और उनकी उपेक्षा करने की कोशिश कर रहे हैं। पार्टी ने यह भी कहा कि आंबेडकर ने संविधान को इस तरह से तैयार किया था, जिसमें हर नागरिक को समान अधिकार और न्याय की गारंटी है, और इसे कमजोर करने की कोशिश करना देश के सामाजिक ताने-बाने को नुकसान पहुंचाने जैसा होगा।
कांग्रेस पार्टी की यह प्रतिक्रिया एक ऐसे वक्त में आई है जब कुछ नेताओं के बयानों और गतिविधियों ने आंबेडकर के विचारों और उनके योगदान को लेकर विवाद पैदा किया था। हालांकि, यह मुद्दा केवल राजनीतिक गलियारों तक सीमित नहीं है, बल्कि देशभर के समाज के विभिन्न वर्गों में भी इसकी गूंज सुनाई दे रही है। कांग्रेस की इस प्रतिक्रिया से यह साफ है कि पार्टी अब इस मुद्दे को लेकर अपनी पूरी ताकत झोंकने वाली है और आगामी चुनावों में यह एक बड़ा मुद्दा बन सकता है।