कैनविज टाइम्स, डिजिटल डेस्क ।
पीलीभीत के खुशी राम भार्गव जिला गन्ना अधिकारी पीलीभीत द्वारा आज गन्ना विकास परिषद् पूरनपुर के ग्राम अभयपुर माधोपुर का भ्रमण किया गया। भ्रमण के दौरान गन्ना किसान सुखविंदर सिंह, जगदीश सिंह, गुरुविंदर सिंह के शरदकालीन गन्ने का प्लॉट देखा गया। उपस्थित किसानो को जुलाई के महीने मे गन्ना खेती मे होने वाले समसामयिक कार्यों की जानकारी दी।जिला गन्ना अधिकारी द्वारा बताया गया कि जनपद पीलीभीत के गन्ना किसानों के लिए जुलाई का महीना अत्यंत महत्वपूर्ण है, क्योंकि इस समय गन्ने की बंधाई सपोर्टिंग का कार्य किया जाता है। यह कार्य गन्ने की अच्छी वृद्धि, संतुलन तथा अधिक और गुणवत्तापूर्ण उपज के लिए अत्यंत आवश्यक है।गन्ना बंधाई कैसे करें-बंधाई 2-3 थानो को एक साथ बाँधकर की जाए। मजबूत सुतली, प्लास्टिक की रस्सी या बाँस की सहायता से गन्नों को सहारा दिया जाए। बंधाई 30 से 45 दिन के अंतराल पर 2-3 बार की जानी चाहिए। पहली बंधाई तब करें जब गन्ने की ऊँचाई लगभग 3 से 4 फीट हो जाए।बंधाई की ऊँचाई जमीन से 30 से 45 सेंटीमीटर (लगभग 1. 5 से 2.00 फीट) होनी चाहिए।बंधाई करने के लाभ-जिला गन्ना अधिकारी पीलीभीत द्वारा बताया गया कि गन्ना गिरने से बचता है जिससे उत्पादन में वृद्धि होती है। पौधे सीधा और मजबूत बढ़ते हैं। खेत में हवा और धूप का समुचित प्रवाह होता है जिससे कीट एवं रोग कम होते हैं। चूहें, सियार, जंगली सूअर आदि से कम नुकसान होता है।गन्ने की रस व गुरत्व (सीसीएस) की गुणवत्ता बेहतर होती है। कटाई और ढुलाई में सुविधा होती है। बंधाई न करने के नुकसान-यदि समय पर गन्ना बंधाई नहीं कर पाते है तो गन्ना गिर जाता हैै। गन्ना गिरने से उत्पादन में 20-25 प्रतिशत तक की कमी आ सकती है। गिरे हुए गन्ने में रस की मात्रा घट जाती है और गुणवत्ता खराब हो जाती है। खेतों में कीट व रोग लगने की संभावना बढ़ जाती है। कटाई में समय और लागत दोनों अधिक लगते हैं। गन्ना विकास विभाग, पीलीभीत द्वारा गांव-गांव जाकर किसानों को गन्ना बंधाई की सलाह दी जा रही है। सभी किसानों से अनुरोध है कि वे समय पर बंधाई करें और बेहतर उत्पादन की दिशा में आगे बढ़ें। इस अवसर पर एल एच चीनी मिल के अधिशासी उपाध्यक्ष के बी शर्मा, संजय श्रीवास्तव ज्येष्ठ गन्ना विकास निरीक्षक पूरनपुर, पुष्पेंद्र सिंह जोनल इंचार्ज, संजीव यादव ब्लॉक अफसर व अन्य लोग उपस्थित थे।