कैनविज टाइम्स, डिजिटल डेस्क।
पीलीभीत के पूरनपुर विकासखंड में स्थित प्राथमिक विद्यालय सुंदरपुर के विलय की सूचना से नाराज ग्रामीणों ने विद्यालय परिषद में विरोध जताकर सरकार द्वारा दिए गए फैसले को वापस करने की मांग करी है। प्राथमिक विद्यालय सुंदरपुर को दूसरे विद्यालय नवदिया टोडर में विलय करने के फैसले के खिलाफ ग्राम प्रधान आनंद गिरि सहित अन्य ग्रामीणों ने जोरदार प्रदर्शन किया है। ग्राम प्रधान के साथ मिलकर गांव के कई ग्रामीणों ने एक साथ मिलकर स्कूल परिसर में विरोध दर्ज कराया है।ग्राम प्रधान ने कहा कि विद्यालय विलय करना विद्यालय में पढ़ने वाले बच्चों के भविष्य के साथ खिलवाड़ है। अधिकारी शिक्षा के क्षेत्र में पिछड़े गांव और गरीब तबके के लोगों के साथ भेदभाव कर रही है।जहां पर विद्यालय विलय किया गया हैं। उसकी दूरी दो किलोमीटर है। छोटे बच्चों के लिए यह दूरी काफी है।जिससे बच्चों को आने और जाने में काफी परेशानियों का सामने करना पड़ेगा। विद्यालय का विलय जिस विद्यालय में हुआ है। वहां पर जाने के लिए रास्ते में गन्ने के खेत हैं।जिस पर अक्सर हिंसक जंगली जानवरों का विचरण करते हुए देखा गया है। और अक्सर जंगली जानवरों द्वारा लोगों पर हमले की घटनाएं होती रहती हैं। साथ ही आवारा पशु,जंगली कुत्ते,नीलगाय अक्सर घूमते रहते हैं। जिससे कभी भी इन बच्चों पर हमला करके उनका शारीरिक नुकसान पहुंचा सकते हैं।साथ ही इस समय बरसात का मौसम है।जिससे बच्चों के बारिश में भीग जाने पर संक्रामक रोगों का खतरा बढ़ जाएगा ग्राम प्रधान सहित अन्य ग्रामीणों ने जिलाधिकारी से विलय किए गए। प्राथमिक विद्यालय सुंदरपुर के आदेश को वापस करने की मांग की है। विरोध करने वालों में मुख्य रूप से ग्राम प्रधान आनंद गिरि,ग्राम अध्यक्ष अमर सिंह,विद्यालय प्रबंध समिति की अध्यक्ष केतकी देवी,सदस्य जसवंत गिरी, रूपलाल,छेदालाल, रिशिपाल,शिवा भारती, राजविंदर सिंह,कमला देवी, मंजू देवी, राधा देवी,ममता, अनिल गिरी,नंदिनी, राधेश्याम शर्मा,रजत शर्मा, महिपाल शर्मा,विनोद कुमार, राजवीर कौर,प्रमोद शर्मा, मेवाराम,शंकरी देवी ,रामचंद्र सहित दर्जनों ग्रामीण व अभिभावक उपस्थित रहे हैं।