Search News

क्या रुक जाएगी यमन में भारतीय नर्स की फांसी? सुप्रीम कोर्ट ने सुनी गुहार, 'ब्लड मनी' से मिल सकती है राहत

केरल की नर्स निमिषा प्रिया को यमन में फांसी की सजा मिली है। सुप्रीम कोर्ट ने 14 जुलाई को सुनवाई तय की है। ब्लड मनी के जरिए सजा माफ हो सकती है। जानिए पूरा मामला।
  • By Kanhwizz Times
  • Reported By: Kritika pandey
  • Updated: July 10, 2025

कैनविज टाइम्स, डिजिटल डेस्क । 

सुप्रीम कोर्ट ने यमन में फांसी की सजा पा चुकी केरल की नर्स निमिषा प्रिया के मामले की सुनवाई के लिए सहमति दे दी है। कोर्ट 14 जुलाई को याचिका पर सुनवाई करेगा, जबकि मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार यमन में निमिषा की फांसी की तारीख 16 जुलाई तय की गई है। निमिषा पर 2017 में अपने यमनी बिजनेस पार्टनर की हत्या का आरोप है और उन्हें 2020 में मौत की सजा सुनाई गई थी।याचिका में भारत सरकार से कूटनीतिक हस्तक्षेप की मांग की गई है ताकि निमिषा की जान बचाई जा सके। वकील सुभाष चंद्रन केआर ने कोर्ट को बताया कि शरिया कानून के तहत 'ब्लड मनी' यानी मृतक के परिजनों को क्षतिपूर्ति की रकम देकर माफी हासिल की जा सकती है। यदि परिजन यह रकम स्वीकार कर लें, तो निमिषा की सजा माफ हो सकती है। सुप्रीम कोर्ट ने याचिकाकर्ता को अटॉर्नी जनरल को याचिका की प्रति देने का निर्देश दिया है और उनकी सहायता भी मांगी है। यह मामला 'सेव निमिषा प्रिया – इंटरनेशनल एक्शन काउंसिल' नामक संगठन ने उठाया है, जो उन्हें कानूनी और कूटनीतिक मदद दिलाने के प्रयास में लगा है।

Breaking News:

Recent News: