कैनविज टाइम्स, डिजिटल डेस्क ।
महाराष्ट्र की राजनीति में हलचल एक बार फिर तेज हो गई है। मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस द्वारा पूर्व मुख्यमंत्री एवं शिवसेना (यूबीटी) प्रमुख उद्धव ठाकरे को सत्तापक्ष में आने का ऑफर दिए जाने के बाद गुरुवार, 17 जुलाई को दोनों नेताओं के बीच अहम मुलाकात हुई। यह मुलाकात उस वक्त हुई जब विधान परिषद में शिवसेना (यूबीटी) के नेता और नेता विरोधी दल अंबादास दानवे के विदाई समारोह में फडणवीस ने मजाकिया लहजे में कहा कि 2029 तक उनके विपक्ष में बैठने की संभावना नहीं है। ऐसे में अगर उद्धव ठाकरे चाहें तो सत्तापक्ष में आ सकते हैं, लेकिन इसके लिए उन्हें अलग तरीके से सोचना होगा। फडणवीस के इस बयान को राजनीतिक गलियारों में एक संभावित नए गठजोड़ के संकेत के तौर पर देखा जा रहा है। दोनों नेताओं की मुलाकात ने इस अटकल को और हवा दे दी है कि महाराष्ट्र की राजनीति में एक "बड़ा खेला" हो सकता है।